प्रसव के दौरान जच्चे-बच्चे की मौत, हंगामा
आक्रोशित लोगों ने एबुंलेस व चालक को बनाया बंधक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साहेबपुरकमाल की घटना परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का लगाया आरोप इसमें अस्पताल प्रशासन या डॉक्टर की कोई गलती नहीं : चिकित्सा पदाधिकारी साहेबपुरकमाल : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साहेबपुरकमाल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो जाने पर लोगों ने […]
आक्रोशित लोगों ने एबुंलेस व चालक को बनाया बंधक
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साहेबपुरकमाल की घटना
परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही का लगाया आरोप
इसमें अस्पताल प्रशासन या डॉक्टर की कोई गलती नहीं : चिकित्सा पदाधिकारी
साहेबपुरकमाल : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र साहेबपुरकमाल में प्रसव के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत हो जाने पर लोगों ने जम कर रोष प्रकट किया. शव पहुंचाने चौकी गांव पहुंचे सरकारी एबुलेंस को भी ग्रामीणों ने बंधक बना लिया और अस्पताल के डॉक्टर के विरुद्ध भड़ास निकाली. इसकी सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया .
परिजनों ने घंटों बाद शव का दाह संस्कार करने का निर्णय लेकर करीब चार घंटे बाद एबुलेंस को मुक्त कर दिया. आक्रोशित ग्रामीणों एवं परिजनों का कहना था कि अस्पताल के डॉक्टर की लापरवाही के कारण जच्चा-बच्चा की जान गयी है. नर्स और आशा कार्यकर्ता रुपये के लालच में नाजुक रोगी का भी यहां इलाज करते रहते हैं और स्थिति काफी गंभीर होने पर रेफर कर देतीं हैं. ग्रामीण पीडि़त परिवार को पर्याप्त मुआवजा देने तथा डॉक्टर के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. इस मामले को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार ने कहा कि इसमें अस्पताल प्रशासन या डॉक्टर की कोई गलती नहीं है.
रविवार की सुबह 5.55 बजे चौकी गांव निवासी विटोरन यादव की पुत्री कविता देवी को प्रसव कराने के लिए भरती किया गया. जबकि बच्चा का नाभी और पैर बाहर निकला था. बच्चा उल्टा निकलने की वजह से मृत निकला. प्रसूता की स्थिति गंभीर देख उसे रेफर किया गया. परंतु रोगी के साथ मात्र एक बूढ़ी थीं जो उसे कहीं ले जाने को तैयार नहीं थी. एक घंटे के अंदर प्रसूता ने भी दम तोड़ दिया. मृतका खगडि़या नन्हकूटोल निवासी सुधीर यादव की पत्नी थी.