किसानों के लिए फायदेमंद है श्रीविधि से खेती

प्रखंडस्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन किसानों को वैज्ञानिक विधि से बताये गये खेती के तरीके फसल लगाने से पूर्व मिट्टी की जांच कराना जरूरी मिट्टी जांच की पूरी प्रक्रिया से किसानों को कराया अवगत साहेबपुरकमाल : खरीफ अभियान 2016 के तहत सोमवार को प्रखंड स्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम इ-किसान भवन में हुई. इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2016 5:28 AM

प्रखंडस्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

किसानों को वैज्ञानिक विधि से बताये गये खेती के तरीके
फसल लगाने से पूर्व मिट्टी की जांच कराना जरूरी
मिट्टी जांच की पूरी प्रक्रिया से किसानों को कराया अवगत
साहेबपुरकमाल : खरीफ अभियान 2016 के तहत सोमवार को प्रखंड स्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम इ-किसान भवन में हुई. इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ नीरज कुमार ने किसानों को श्रीविधि, जीरो टिलेज, पैडी ट्रांसप्लांटर विधि से धान की खेती करने के साथ-साथ मक्का अरहर अंतवर्गीय एवं सोयाबीन की खेती की जानकारी दी. कृषि वैज्ञानिकों ने श्रीविधि से धान की खेती से संबंधित बीज का उपचार, नर्सरी तैयार करने, धान की रोपाई, पोषक तत्व प्रबंधन, खरपतवार नियंत्रण तथा सिंचाई प्रबंधन आदि प्रक्रिया पर चर्चा की. इसके साथ ही श्रीविधि से खेती करने वाले किसानों को सरकार द्वारा प्रोत्साहन देने की बात कही. कृषि वैज्ञानिक ने कहा कि 10 से 12 दिन का बिचड़ा लगाना है.
25 सेमी की दूरी पर एक-एक बिचड़ा लगाना है. परंपरागत विधि की तुलना में दो से तीन गुणा ज्यादा उपज इस नयी विधि से खेती से होती है. मिट्टी जांच कराने की आवश्यकता पर बल देते हुए मिट्टी जांच पदाधिकारी डॉ सत्येंद्र कुमार ने मिट्टी जांच की पूरी प्रक्रिया से किसानों को अवगत कराया. प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश्वर राम तथा प्रखंड तकनीकी प्रबंधक रामाश्रय कुमार ने कृषि यांत्रीकरण योजना के तहत सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की जानकारी किसानों को दी. मौके पर आत्मा अध्यक्ष मंचन झा, किसान श्री राजेंद्र सिंह, किसान सह पैक्स अध्यक्ष मनोज यादव, गणेश चौधरी आदि उपस्थित थे.

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