घटना की रात मनायी थी शादी की सालगिरह
घटना . एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या के बाद पुलिस का भी बढ़ा सिरदर्दप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीSpies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, आज हो तो देश में मच जाता है बवालRajiv Gauba : पटना के सरकारी स्कूल से राजीव गौबा ने […]
घटना . एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या के बाद पुलिस का भी बढ़ा सिरदर्द
पुलिस प्रशासन को ठोस पहल करने की जरूरत
बेगूसराय(नगर) :हादसे से महज कुछ घंटे पूर्व ही अमित अपनी शादी का सालगिरह मनाया था. वह अपनी पत्नी और बच्चे के साथ इस कार्यक्रम में शरीक भी हुआ. घटना स्थल पर दो ग्लास एवं छत के नीचे शराब की बोतल मिलने से तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है. कुछ लोगों का मानना है कि अमित कुछ लोगों के साथ खाया-पिया उसके बाद छत पर अपनी पत्नी और बच्चे के साथ सोने चला गया.अब यह बात भी लोगों को समझ में नहीं आ रहा है
कि जब बाहर के लोग चले गये और अमित अपने परिवार के साथ छत पर सो रहा था तो इस बीच फिर कौन व्यक्ति उस छत पर पहुंचा जहां अमित अपनी पत्नी बच्चे के साथ सो रहा था और किस परिस्थिति में अपराधियों ने एक-एक कर तीनों की गला रेत कर मौत की नींद सुला दिया. से सारे प्रश्न पुलिस प्रशासन के लिए भी फिलहाल उलझन बना हुआ है. बेगूसराय पुलिस फिलहाल शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज कर इस दिशा में अनुसंधान शुरू कर दी है .
बेगूसराय जिला अपराध व अपराधियों के कारनामे को लेकर वर्षों से चर्चित रहा है. अपराध के पीछे अधिकांश घटनाओं का प्रमुख कारण जमीन विवाद या जमीन के कारोबार को लेकर है. लंबे समय से बेगूसराय में जमीन विवाद में घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है . जिला पुलिस प्रशासन भी इस बात को समझ रही है
लेकिन इस तरह के अपराध को रोकने के लिए आज तक किसी प्रकार का सकारात्मक कदम नहीं उठाया जा सका है. जिससे जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र के लोगों में हमेशा दहशत का माहौल बना रहता है. नगर थाना क्षेत्र में सोमवार की देर रात अपराधियों ने जिस तरह से एक ही परिवार के तीन लोगों की धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या कर दी वह पुलिस प्रशासन के लिए भी चुनौती है. जिला पुलिस कप्तान इसे गंभीरता से लेते हुए अनुसंधान शुरू कर दी है.
जमीन के कारोबार से जुड़े हैं जिले के कई सफेदपोश : पिछले कुछ वर्षों से बेगूसराय में जमीन के कारोबारियों की संख्या काफी बढ़ी है. शहर हो या गांव इन कारोबारियों का नेटवर्क काफी बढ़ा है. इसका कारण जमीन के कारोबार में मोटी कमाई है. ये कारोबारी पहले वैसी जमीन को चिह्नित करते हैं जिसमें कुछ विवाद है. इसके बाद आनन-फानन में उस जमीन को बेचने की प्रक्रिया शुरू की जाती है. इन कारोबारियों का संबंध प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक के कुछ कर्मचारियों व पदाधिकारियों से भी है. जो इन विवाद वाले जमीन के कागजात को दुरुस्त करने का काम करते हैं. इसके एवज जमीन के कारोबारियों के द्वारा उन्हें मोटी रकम भी थमायी जाती है.
कई सफेदपोश लोगों का भी इस कारोबार में है अपना वर्चस्व