ग्राम कचहरी में लॉटरी से तय हुआ पिता का ठिकाना

छौड़ाही (बेगूसराय) : बड़े लाड़ से मां-बाप अपने बच्चों को पालते हैं और यह आशा करते हैं कि बूढ़ापे में वह उसका सहारा बनेगा. लेकिन, छोड़ाही की एेजनी पंचायत में एक ऐसा मामला सामने आया, जिससे लोग हैरान रह गये. पिता को चार बेटों ने अपने साथ रखने से मना कर दिया. इसके बाद बूढ़े […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 4, 2016 1:21 AM

छौड़ाही (बेगूसराय) : बड़े लाड़ से मां-बाप अपने बच्चों को पालते हैं और यह आशा करते हैं कि बूढ़ापे में वह उसका सहारा बनेगा. लेकिन, छोड़ाही की एेजनी पंचायत में एक ऐसा मामला सामने आया, जिससे लोग हैरान रह गये. पिता को चार बेटों ने अपने साथ रखने से मना कर दिया.

इसके बाद बूढ़े बाप ने इसकी शिकायत ग्राम कचहरी में की. कचहरी में पंचों ने लॉटरी से पिता के रहने का ठिकाना तय किया. लॉटरी दूसरे नंबर के बेटे के नाम निकली, जिसे उसने स्वीकर कर लिया. ऐजनी गांव निवासी सुखदेव साह के चार बेटे श्रवण साहू, शिवजी साह, दशरथ साहू व जितेंद्र साहू हैं. इनलोगों के

ग्राम कचहरी में लॉटरी से…
बीच जमीन का विवाद था. इस मामले को लेकर सरपंच के यहां आवेदन दिया था. इसी दौरान वृद्ध पिता ने किसी एक पुत्र के साथ रहने की इच्छा जतायी. लेकिन, चार बेटों में किसी ने बूढ़े बाप को साथ रखने को तैयार नहीं हुआ. इसके बाद सरपंच ने उपस्थित लोगों के बीच बाप को रहने की व्यवस्था को लेकर चार पुत्रों के बीच लॉटरी करवाने की सलाह दी.
सभी ने इसे मान लिया. लॉटरी में मंझले पुत्र शिवजी साह का नाम आया. ग्राम कचहरी के सरपंच ने बाप की रखने की जिम्मेवारी मंझला पुत्र को सौंपी. मौके पर सरपंच मो शौकत अली, न्यायमित्र रचना कुमारी समेत अन्य ग्रामीण मौजूद थे.

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