अब एमडीएम में स्कूली बच्चों को मिलेगा मौसमी फल

राज्य मध्याह्न भोजन योजना विभाग ने डीपीओ को दिया निर्देश नये मेनू के अनुसार मिलेगा भोजन बेगूसराय/नीमाचांदपुरा : जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी विद्यालय, मदरसा में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा तक छात्र-छात्राओं को अब नये मेनू के अनुसार मिड-डे मील परोसा जायेगा. बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना समिति के निदेशक हरिहर प्रसाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 15, 2016 5:29 AM

राज्य मध्याह्न भोजन योजना विभाग ने डीपीओ को दिया निर्देश

नये मेनू के अनुसार मिलेगा भोजन

बेगूसराय/नीमाचांदपुरा : जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी विद्यालय, मदरसा में पढ़ने वाले आठवीं कक्षा तक छात्र-छात्राओं को अब नये मेनू के अनुसार मिड-डे मील परोसा जायेगा. बिहार राज्य मध्याह्न भोजन योजना समिति के निदेशक हरिहर प्रसाद ने नये मेनू संबंधी आदेश एमडीएम के जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को दिया है.

हालांकि एमडीएम के निदेशक श्री प्रकाश ने पहली अक्तूबर से ही नये मेनू को लागू करने का निर्देश दिया है. पर, दशहरा व मुहर्रम को लेकर इसी तिथि से सरकारी विद्यालय बंद हो गये थे. इसलिए माना जा रहा है कि विद्यालय खुलने के बाद बच्चों को नये मेनू के अनुसार भोजन दिया जायेगा. नये मेनू के अनुसार, अब बच्चों को एमडीएम के तहत मौसमी फल भी मिलेगा. साथ ही जीरा फ्राई चावल भी बच्चों को मिड-डे मील में दिया जायेगा.

आयोडिनयुक्त नमक का करेंगे उपयोग :नये मेनू लागू करने संबंधी आदेश जारी करते हुए एमडीएम निदेशक ने और भी कई निर्देश दिये हैं. एमडीएम के तहत भोजन तैयार करने में एगमार्ग युक्त मशाला व आयोडिन नमक का ही उपयोग करने का निर्देश दिया गया है. खाद्य तेल के रूप में एगमार्ग युक्त रिफाइन तेल अथवा शुद्ध सरसों के तेल का उपयोग करने को कहा गया है. साथ ही स्थानीय स्तर पर उपलब्ध ताजा सब्जी यथा पालक, पत्ता गोभी, गोभी, नेनुआ, झगिंली, गाजर, मूली, मटर, टमाटर, लाल साग, कद्दू, सलगम, भिंडी, सहजन, बीन, बोरो, पत्तीदार सब्जियां आदि का उपयोग मेनू के अनुसार करने को कहा गया है.

चखने के बाद ही बच्चों को परोसें भोजन :रसोइया सह सहायक द्वारा मिड-डे मिल तैयार करने के बाद इसे वे स्वयं चखेंगे. साथ ही प्रभारी प्रधानाध्यापक, शिक्षा समिति के सचिव, सदस्य द्वारा चखने के बाद ही बच्चों को खिलाये जाने का निर्देश दिया गया है. मिड-डे मिल में सलाद के लिए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खीरा, गाजर, मूली, टमाटर, चुकंदर, प्याज, नीबू आदि का उपयोग करने का सुझाव दिया गया है. साथ ही यह भी कहा गया है कि मिड-डे मिल तैयार करने के क्रम में गुणवत्ता, स्वच्छता व सुरक्षा का पूर्ण रूप से ध्यान रखना जरूरी है. एमडीएम के पदाधिकारी को नये मेनू को लेकर प्रचार -प्रसार करने का निर्देश दिया है.

कैलोरी का भी रखा जायेगा ध्यान :एमडीएम के तहत बच्चों को मिलने वाले भोजन में मौजूदा मेनू को संशोधित करते हुए एमडीएम निदेशक ने नया मेनू जारी किया है. मेनू के तहत बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन में कैलोरी, प्रोटीन व सुक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा को भी निर्धारित किया है.

पहली से पांचवी कक्षा तथा छठी से आठवीं कक्षा तक के लिए कैलोरी व प्रोटीन की मात्रा अलग-अलग निर्धारित है. प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे को 450 कैलोरी तथा 12 ग्राम प्रोटीन निर्धारित की गयी है. जबकि मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के लिए कैलोरी की मात्रा 700 व प्रोटीन 20 ग्राम प्रति छात्र- छात्रा निर्धारित की गयी है. इसके अलावा सूक्ष्म पोषक तत्व के तहत बच्चों को आयरन, फोलिक एसीड व विटामिन ए पाये जाने वाले खाद्य पदार्थ परोसने का निर्देश दिया गया है.

नये मेनू का होगा पालन

राज्य मध्याह्न भोजन विभाग के निर्देश के आलोक में सभी विद्यालय प्रधानों और एकता शक्ति फॉउंडेशन के समन्वयक को नये मेनू के अनुसार मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने को कहा गया है. नये मेनू की अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई की जायेगी.

अशोक कुमार मिश्र, डीपीओ, मध्याह्न भोजन विभाग बेगूसराय.

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