दोहरे हत्याकांड से सनसनी
घटना के कारणों की तहकीकात में जुटी पुलिस बीहट : एफसीआइ ओपी क्षेत्र अंतर्गत बीहट नगर परिषद के सूदी स्थान वार्ड संख्या- 26 निवासी व पूर्व बरौनी थर्मल कर्मी रामचरित्र ठाकुर के यहां आये बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिला अंतर्गत विक्रम थाना के छोटी सुहार निवासी उसके साढू राजेंद्र ठाकुर एवं उसके पोते की हत्या […]
घटना के कारणों की तहकीकात में जुटी पुलिस
बीहट : एफसीआइ ओपी क्षेत्र अंतर्गत बीहट नगर परिषद के सूदी स्थान वार्ड संख्या- 26 निवासी व पूर्व बरौनी थर्मल कर्मी रामचरित्र ठाकुर के यहां आये बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिला अंतर्गत विक्रम थाना के छोटी सुहार निवासी उसके साढू राजेंद्र ठाकुर एवं उसके पोते की हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गयी है.इस घटना से रामचरित्र ठाकुर का पूरा परिवार दहशत में है.
पूर्व थर्मलकर्मी ने बताया कि विगत शुक्रवार को उसके साढू अपनी पत्नी और पोते के साथ वैवाहिक कार्य से उनसे मिलने घर आये थे.शनिवार की रात खाना खाने के बाद सभी सोने के लिए अपने कमरे में चले गये. करीब तीन बजे सुबह उनकी बहू श्यामा भारती उठी तो कमरे में दोनों को नहीं देखा. कमरे का दरवाजा भी खुला देखा .कुछ शंका होने पर हल्ला कर हमलोगों को उनके गायब होने की बात बतायी. खोजबीन करने के क्रम में पता चला कि दो लोगों का शव मल्हीपुर भिट्ठा के समीप पगडंडी वाले कच्चे रास्ते पर पड़ा हुआ है.घटनास्थल पर पहुंच कर देखा तो दोनों शव हमारे ही रिश्तेदारों के थे. प्रथम दृष्टया पता चल रहा था कि किसी ने गोली मार कर और तेज हथियार से उसकी हत्या कर दी है.
घटना की जानकारी मिलते ही मृतक की पत्नी रोते-रोते बेसुध हो गयी. लोगों ने संभावना जतायी कि हथियारों से लैश अपराधी घर से सटे पेड़ पर चढ़ कर दीवार फांदकर घर में घुस गये होंगे और ऊपरी मंजिल के कमरे में सोये दोनों लोगों को कब्जे में लेकर घर से करीब 50-60 मीटर दूर ले गये और हत्या की घटना को अंजाम दिया.
दूसरी ओर पूरी घटनाक्रम में किसी प्रकार का प्रतिरोध,हो-हल्ला या गोली चलने की आवाज का नहीं सुना जाना स्थानीय ग्रामीणों के गले नहीं उतर रही है.वहीं मृतक के रिश्तेदार भी घटना क्यों और कैसे हुई बताने में असमर्थता व्यक्त की. फिलहाल घटना की सच्चाई पुलिसिया अनुसंधान के बाद ही पता चल सकेगा .लेकिन इतना तो तय है कि दोहरे हत्याकांड ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है.इधर मिली जानकारी के अनुसार पोस्टमार्टम के बाद शवों को उनके रिश्तेदारों द्वारा मृतक के घर ले जाने की तैयारी की जा रही है.