सुबह से ही बैंक खुलने का करते रहे इंतजार

अफरा-तफरी. निजी क्लिनिक की दवा दुकान पर नोट लेने से कर रहे आनाकानी रुपये जमा करने व बदलने के िलए बैंकों में लगी ग्राहकों की लाइन बेगूसराय सदर प्रखंड के लाखो एसबीआइ में ग्राहकों की भीड़ व बारो बैंक का नजारा. बेगूसराय(नगर) : एक हजार और पांच सौ रुपये के नोट को अमान्य घोषित होने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2016 12:49 AM

अफरा-तफरी. निजी क्लिनिक की दवा दुकान पर नोट लेने से कर रहे आनाकानी

रुपये जमा करने व बदलने के िलए बैंकों में लगी ग्राहकों की लाइन
बेगूसराय सदर प्रखंड के लाखो एसबीआइ में ग्राहकों की भीड़ व बारो बैंक का नजारा.
बेगूसराय(नगर) : एक हजार और पांच सौ रुपये के नोट को अमान्य घोषित होने से खासकर छोटे मजदूर तबके के लोगों पर ज्यादा असर पड़ा है. रुपये को अमान्य घोषित होने के बाद बेगूसराय के बाजार में इसका खासा असर पड़ा है.आमजन को खरीदारी से लेकर स्कूल कॉलेज में लगने वाले फीस तक को जमा करने में काफी परेशानी हो रही है. राशन की दुकान से लेकर सब्जी की दुकान वाले भी खुल्ला रुपये की मांग कर रहे हैं.आलम यह है कि लोगों के पास हर तरफ सिर्फ पांच सौ और एक हजार के नोट नजर आ रहे हैं.
कुछ पेट्रोल पंप वाले भी रुपये लेने से कर रहे हैं मना : केंद्र सरकार ने एलान किया था कि नोट को अमान्य घोषित होने के 72 घंटे तक पेट्रोल पंप पर एक हजार और पांच सौ के नोट को स्वीकार किये जायेंगे.इसके बावजूद कुछ पेट्रोल पंप संचालक एक हजार का नोट लेने से इनकार कर रहे हैं.पेट्रोल लेने वाले वाहन मालिक का कहना है कि पेट्रोल पंप संचालक कहते हैं कि अगर आप के पास एक हजार का नोट है तो एक हजार का ही पेट्रोल और डीजल देंगे.
बैंक खुलते ही उमड़ने लगी ग्राहकों की भीड़ : बैंक खुलते ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ने लगी है.हर तरफ से ग्रामीण बैंक पर पहुंच कर रुपये की अदला-बदली में लगे थे.जहां एक और बैंकों में भीड़ बढ़ रही है.वहीं पुलिस भी सुरक्षा में तैनात दिखी.शहर के विभिन्न बैंक एसबीआइ, पीएनबी,एक्सिस,कॉरपोरेशन ,बैंक और बड़ौदा में खास कर ग्राहकों की भीड़ देखने को मिला.
स्वर्ण व्यवसायी हैं परेशान : केंद्र सरकार के नये नियम कानून में संशोधन होने से स्वर्ण व्यवसायी को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. एक हजार और पांच सौ के नोट अमान्य घोषित होने से एक और जहां सोने की कीमतों में इजाफा हुआ है.वहीं दूसरी और बहुत सारे स्वर्ण व्यवसायी नये हथकंडे अपना रहे हैं.
रेलवे स्टेशन पर भी नोट लेने से कतरा रहे है : शहर के रेलवे स्टेशन पर जहां एक और पैसेंजर की भीड़ उमड़ी है वहीं स्टेशन में टिकट बुकिंग करने वाले नोट लेने के इनकार कर रहे है.टिकट बुकिंग करने वाले का कहना है मेरे काउंटर पर खुल्ला रुपये रहे तभी तो मैं पैसेंजर को रुपये वापस दूंगा. हर कोई टिकट के बदले एक हजार और पांच सौ का ही नोट दे रहे हैं.इसलिए संभव नहीं है हर किसी को खुदरा रुपये वापस कर सकूं.
दवा दुकानदार एक हजार का नोट लेने से कर रहे हैं इनकार : शहर के बहुत सारे दवा दुकानदार एक हजार और पांच सौ के नोट लेने से इनकार कर रहे हैं.शहर के नामचीन एक चिकित्सक के द्वारा संचालित की जा रही दवा दुकान के संचालक पांच सौ और एक हजार का नोट लेने इनकार कर रहे हैं.ग्रामीण क्षेत्र से आये मरीजों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.
सुबह से ही बैंक पहुंचने लगे लोग: बीहट . बरौनी प्रखंड के सभी बैकों में गुरुवार की सुबह भीड़ उमड़ पड़ी.खुलने से पहले ही बरौनी थर्मल स्थित बैंक ऑफ इंडिया,बीहट स्थित स्टेट बैंक, उर्वरक नगर उपनगरी स्थित एसबीआइ तथा जीरोमाइल स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा के गेट के आगे भीड़ जमा हो गयी. बैंक खुलते ही महिलाओं, स्कूली बच्चों,पुरुषों के बीच अफरा-तफरी मच गयी. कोई जमा तो कोई निकासी फार्म लेकर जल्द से जल्द काउंटर तक पहुंचने की जुगत में लगा रहा.बरौनी थर्मल स्थित बैंक ऑफ इंडिया और बीहट के एसबीआइ बैंक में जमा-निकासी तो होती रही किन्तु एक्सचेंज कराने आये लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ा. जिसके कारण लोगों में आक्रोश देखा गया.बरौनी थर्मल बैंक मैनेजर मो.महमूद आलम ने बताया कि टेक्नीकल गड़बड़ी के कारण एक्सचेंज नहीं किया गया. जल्द ही गड़बड़ी दूर कर ग्राहकों को एक्सचेंज की सुविधा मिलने लगेगी.वहीं बीहट एसबीआइ के बैंक मैनेजर अजीम अशरफ ने दोपहर बाद एक्सचेंज की सुविधा शुरू होने की आशा जतायी. जमा,निकासी और एक्सचेंज करने आयी सुधा रानी,शोभा देवी, आशा कुमारी,बबीता सहित अन्य महिलाओं ने कहा छोटे नोटों की किल्लत से रोजमर्रा के सामान खरीदने में काफी मुश्किल हो रही है.

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