इंसाफ को ले थाने का चक्कर लगा रही महिला

दहेज के लिए बहू को घर से निकाला बेगूसराय : महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए सरकार ने हर जिले में महिला थाना खोला है. सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी महिलाओं को न्याय नहीं मिल रहा है. ऐसा ही एक मामला महिला थाना बेगूसराय का सामने आया है. जहां न्याय की आस में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2016 4:29 AM

दहेज के लिए बहू को घर से निकाला

बेगूसराय : महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए सरकार ने हर जिले में महिला थाना खोला है. सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी महिलाओं को न्याय नहीं मिल रहा है. ऐसा ही एक मामला महिला थाना बेगूसराय का सामने आया है. जहां न्याय की आस में एक गर्भवती महिला एक पखवारा से थाने का चक्कर लगा रही है.
क्या है मामला: तेघड़ा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर निवासी रामबाबू सहनी की पत्नी माधुरी देवी को दहेज के लिए घर से निकाल दिया है. पीड़िता जब इस मामले को लेकर स्थानीय थाना पहुंची तो थानेदार ने महिला थाना में जाने की सलाह देकर लौटा दिया. महिला थाना में आवेदन दिये करीब एक पखवारा बीतने को है. लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. पीड़िता फिलहाल चांदपुरा गांव मेंं मायके में रह रही है.
वर्ष 2011 में हुई थी शादी:थाना को दिये आवेदन के अनुसार पीड़िता की शादी 13 नवंबर 2011 को हिंदु रीति-रिवाज के साथ मिर्जापुर निवासी उमेश सहनी के पुत्र रामबाबू कुमार सहनी से हुई थी. शादी के समय मायके वालों ने स्त्रीधन के रूप में जेवर, बरतन व 50 हजार नकद राशि दी थी. शादी के एक माह तक सब कुछ ठीक ठाक रहा.
इसके बाद ससुराल वाले एक लाख रुपया दहेज के रूप में मांग करने लगे. इसके लिए प्रताडि़त भी करने लगे. प्रताड़ना सहते-सहते पांच वर्षों तक किसी तरह दांपत्य जीवन व्यतीत की. इस दौरान दो बच्चों का जन्म भी हुआ. वर्तमान में भी उक्त पीड़िता गर्भवती है. ससुराल वालों ने जब देखा कि मायके वाला दहेज नहीं दे रहा है, तो बीते माह घर से ही निकाल दिया.
आठ नवंबर को थाना में दिया था आवेदन:पीड़िता ने न्याय की आस में आठ नवंबर 16 को महिला थाने में एक आवेदन दिया था. जिसमें अपने पति, ससुर, सास व ननद को आरोपित किया गया. इस संबंध में पूछे जाने पर महिला थानाध्यक्ष पूनम सिन्हा ने कहा कि उक्त मामले में कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है.

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