अब खाते में रुपये जमा करने की मची होड़

बेगूसराय(नगर) : एक हजार और पांच सौ रुपये के नोट अमान्य घोषित होने से खासकर छोटे मजदूर तबके के लोगों पर ज्यादा असर पड़ा है. रुपये अमान्य घोषित होने के बाद बेगूसराय के बाजार में इसका खासा असर पड़ा है.आमजन को खरीदारी से लेकर स्कूल कॉलेज में लगने वाले फीस तक जमा करने में काफी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 26, 2016 8:13 AM
बेगूसराय(नगर) : एक हजार और पांच सौ रुपये के नोट अमान्य घोषित होने से खासकर छोटे मजदूर तबके के लोगों पर ज्यादा असर पड़ा है. रुपये अमान्य घोषित होने के बाद बेगूसराय के बाजार में इसका खासा असर पड़ा है.आमजन को खरीदारी से लेकर स्कूल कॉलेज में लगने वाले फीस तक जमा करने में काफी परेशानी हो रही है.जिस कारण जन जीवन काफी अस्त-व्यस्त हो गया.राशन की दुकान से लेकर सब्जी की दुकान वाले भी खुल्ला रुपये की मांग कर रहे है.
बैंक खुलते ही उमड़ पड़ती है ग्राहकों की भीड़:शहर में बैंक खुलते ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ने लगती है. नोट एक्सचेंज बंद होने के बाद अब लोग इन नोटों को सिर्फ खातों में ही डालने के लिए बेचैन दिखाई पड़ रहे हैं. हर तरफ से ग्रामीण बैंक पर पहुंच कर रुपये जमा कर रहे हैं.शहर के विभिन्न बैंक एसबीआइ, पीएनबी, एक्सिस,कॉरपोरेशन , बैंक और बडौदा में खास कर ग्राहकों की भीड़ अभी भी बनी हुई है.
सार्वजनिक जगहों पर लोगों को हो रही है परेशानी:केंद्र सरकार के द्वारा पहले 24 नवंबर तक ही पांच सौ व एक हजार रुपये के नोट को पेट्रोल पंप, अस्पताल समेत अन्य कुछ जगहों पर लेने का प्रावधान किया गया था. 24 नवंबर को सरकार के द्वारा इसकी समय सीमा बढ़ा देने से लोगों ने राहत की सांस ली.
कब दूर होगा टेंशन, लोगों में बना चर्चा का विषय:नोटबंदी को लेकर लोगों को इन परेशानियों से कितने समय तक सामना करना पड़ेगा. इस बात को लेकर चर्चा हो रही है. सबसे अधिक परेशानी मध्यम वर्ग के लोग ही हो रहे हैं. बैंकों में राशि की कमी व सरकार के नियम के अनुसार उन्हें जरूरत के अनुसार पैसे उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. उन्हें कोई कर्ज भी नहीं दे पा रहा है.
जिससे उनका टेंशन बढ़ता ही जा रहा है. किसानों की माली हालत भी खराब हो गयी है. रात-दिन किसान रबी की बुआई को लेकर चिंतित हैं. उनके खाते में पैसे रहने के बाद भी उनके खेतों में खाद-बीज नहीं पहुंच पा रहा है. जिससे अन्नदाता परेशान हो रहे हैं.
गढ़पुरा : शुक्रवार को बैंक खुलने के पूर्व से ही क्षेत्र के लोगों का जमावड़ा प्रखंड मुख्यालय स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा ,यूको बैंक शाखा ,बिहार ग्रामीण बैंक शाखा के अलावा मालीपुर स्थित बिहार ग्रामीण बैंक शाखा पर लगा हुआ था. जानकारी के अनुसार सुबह आठ बजे से ही लोग क्षेत्र से आकर बैंक परिसर में लाइन लगाकर अपनी अपनी जमा पूंजी अपने खाते में जमा करने एवं अन्य जरूरी कार्य के लिए राशि निकालने को लेकर के बैंक परिसर पहुंचे थे. ग्राहकों के जुटी भीड़ को देखते हुए उनकी समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधकों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि ग्राहकों को जरूरी कार्य के लिए कोई दिक्कत न हो जिसके लिए दिशा निर्देश के अनुसार प्रत्येक ग्राहक को भुगतान किया जा रहा है .
बीहट : नोटबंदी के फैसले के बाद समाज के हर वर्ग के लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गयी है.खास करके दुकानदारों द्वारा नोटों को लेने से मना करने से आम आदमी की परेशानी बढ़ गयी है. बैंक खुलने से पहले ही बरौनी थर्मल स्थित बैंक ऑफ इंडिया,बीहट स्थित स्टेट बैंक, उर्वरक नगर उपनगरी स्थित एसबीआइ तथा जीरोमाइल स्थित बैंक ऑफ बडौदा की शाखा के गेट के आगे भीड़ जमा हो गयी. सभी जल्द से जल्द काउंटर तक पहुंचने की जुगत में लगा रहा.बरौनी थर्मल स्थित बैंक ऑफ इंडिया और बीहट के एसबीआइ बैंक में जमा-निकासी होती रही.

Next Article

Exit mobile version