लापरवाह थानेदारों पर गाज गिरना तय, सूची मांगी
बेगूसराय : शराब बिक्री में संलिप्त व शिथिलता बरतने वाले थानेदारों पर गाज गिरना लगभग तय हो गया है. पुलिस मुख्यालय पटना ने बेगूसराय समेत अन्य जिलों में शराब बिक्री में संलिप्त व कार्रवाई में शिथिलता बरतने वाले थानेदारों और पुलिस कर्मियों की सूची तलब की है. मुख्यालय के पत्र के आलोक में मुंगेर डीआइजी […]
बेगूसराय : शराब बिक्री में संलिप्त व शिथिलता बरतने वाले थानेदारों पर गाज गिरना लगभग तय हो गया है. पुलिस मुख्यालय पटना ने बेगूसराय समेत अन्य जिलों में शराब बिक्री में संलिप्त व कार्रवाई में शिथिलता बरतने वाले थानेदारों और पुलिस कर्मियों की सूची तलब की है. मुख्यालय के पत्र के आलोक में मुंगेर डीआइजी अरुण कुमार सिन्हा ने गत एक अप्रैल से 15 नवंबर 2016 के बीच पकड़ायी शराब की बड़ी खेप में संलिप्त और कार्रवाई में शिथिलता बरतने वाले थानेदारों की सूची 30 नवंबर तक देने का निर्देश एसपी को दिया है.
शराबबंदी पर मुख्यालय गंभीर :राज्य सरकार द्वारा बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू करने के बाद शुरू के महीनों में कुछ जिलों में थानेदार और पुलिसकर्मियों के संरक्षण में शराब बिक्री शुरू हो गयी है. इसमें जो भी थानेदार शराब के मामलों में कार्रवाई में शिथिलता बरत रहे हैं उन्हें चिह्नित किया गया है. वहीं शराबबंदी के बाद भी इसकी अवैध बिक्री में कुछ थानेदारों की भूमिका संदिग्ध है. इस कारण ऐसे थानेदारों पर मुख्यालय ने कार्रवाई भी की है. वैसे पुलिस कप्तान रंजीत कुमार मिश्रा ने जिले में शराब बिक्री में अंकुश लगाने में विफल साबित हो रहे लाखो थाना के थानेदार वीरबल कुमार राय और बलिया थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर मो सनाउल्लाह पर कार्रवाई कर चुके हैं.
कई जगह अब भी जारी है बिक्री: कई इलाके में शराब की बिक्री अभी भी धड़ल्ले से हो रही है. हर दिन किसी न किसी थाना क्षेत्र में शराब पकड़े जा रहे हैं. 24 नवंबर को चेरियाबरियारपुर में सड़क दुर्घटना में मरे युवक की कमर से शराब की बोतल बरामद हुई थी.
सूत्रों की माने तो शहर में कई ऐसे होटल हैं, जहां शाम होते ही जाम से जाम टकराने लगते हैं. हालांकि सूचना मिलने पर पुलिस छापेमारी करती है.