देश व राज्य की सरकारें हुईं अनसुनी: शशिकांत

बिहार राज्य शिक्षा अनुसचिवीय कर्मचारी संघ का पांचवां सम्मेलन बेगूसराय : आज देश एवं राज्य की सरकारें अनसुनी हो गयी हैं. कर्मचारियों की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. स्वीकृत बल से कम कर्मी बचे हुए हैं. सरकार की नीति ऐसी कि नियुक्ति नहीं कर ठेका-बट्टा पर बहाली कर रही है. सरकार की इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2016 4:28 AM

बिहार राज्य शिक्षा अनुसचिवीय कर्मचारी संघ का पांचवां सम्मेलन

बेगूसराय : आज देश एवं राज्य की सरकारें अनसुनी हो गयी हैं. कर्मचारियों की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. स्वीकृत बल से कम कर्मी बचे हुए हैं. सरकार की नीति ऐसी कि नियुक्ति नहीं कर ठेका-बट्टा पर बहाली कर रही है. सरकार की इस दो रंगी नीति की हम निंदा के साथ विरोध करते हैं. उक्त बातें बिहार राज्य शिक्षा अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के पांचवें जिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए कर्मचारी महासंघ के राज्याध्यक्ष शशिकांत राय ने रविवार को कहीं.
उन्होंने सातवें वेतन आयोग को लागू करने, पुरानी पेंशन नीति को बहाल करने, ठेका संविदा पर बहाली को रोकते हुए उन्हें नियमित नियुक्ति करने की मांग की. डॉ सुरेश प्रसाद राय ने कर्मचारियों को संगठित होकर संघर्ष करने का आह्वान किया. जिला शिक्षक संघ के सचिव उमेश प्रसाद सिंह ने नेताओं से अनुरोध किया है कि शिक्षक एवं सभी कर्मचारी संघों को साथ लाकर समन्वय बनाने की जरूरत है. शिक्षा अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के राज्य अध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि हमारी सेवा संहिता का निर्माण सचिवालय में बंद है. रोज प्रक्रिया की बात की जा रही है. समय रहते एक नहीं हुए, तो सरकार तलवार लेकर खड़ी है. सम्मेलन का उद्घाटन डीइओ दिनेश साफी ने दीप जला कर किया. सम्मेलन में कर्मचारी नेता मोहन मुरारी, राजीव झा, उपाध्यक्ष अमित कुमार, नमूना चौधरी, सिद्धार्थ शंकर शर्मा, राम प्रवेश सिंह, राजनंदन चौधरी, गोपी पासवान आदि उपस्थित थे.

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