पेट खोल डॉक्टर ने मांगे रुपये

मामला खोदाबंदपुर पीएचसी का डॉक्टर ने रुपये मांगे जाने की बात से किया इनकार खोदाबंदपुर : चिकित्सक को धरती का भगवान कहा जाता है.अगर वही संवेदनहीन हो जाये तो इलाज कराने आये आम-अवाम जाये तो जाये कहां? खोदाबंदपुर पीएचसी में एक ऐसा ही मामला संज्ञान में आया है.पीएचसी में पदस्थापित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बंध्याकरण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2016 7:49 AM
मामला खोदाबंदपुर पीएचसी का
डॉक्टर ने रुपये मांगे जाने की बात से किया इनकार
खोदाबंदपुर : चिकित्सक को धरती का भगवान कहा जाता है.अगर वही संवेदनहीन हो जाये तो इलाज कराने आये आम-अवाम जाये तो जाये कहां? खोदाबंदपुर पीएचसी में एक ऐसा ही मामला संज्ञान में आया है.पीएचसी में पदस्थापित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बंध्याकरण करवाने आयी महिला को बंध्याकरण किये बगैर बैरन वापस भेज दिया. पीडि़त महिला फफौत पंचायत के स्व सीतो दास की पुत्री रंजू देवी है.पीड़िता की मां रामकली देवी ने बताया कि वह फफौत पंचायत अंतर्गत वार्ड पांच के निवासी हैं.
उसने अपनी पुत्री की शादी तकरीबन 15 वर्ष पूर्व समस्तीपुर जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र स्थित खराज गांव निवासी हरिहर दास के साथ की.समयनुसार उसकी पुत्री को बाल-बच्चे भी हुए.
पड़ोस की आशा कार्यकर्ता उसकी पुत्री को बंध्याकरण करवाने के लिए उसके परिजनों के साथ खोदाबंदपुर पीएचसी ले गयी.पीएचसी में उसकी पुत्री की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा जांच-पड़ताल की गयी. इस दौरान हीमोग्लोबिन जांच के नाम पर उससे पचास रुपये भी वसूल किया गया. सभी जांचोपरांत डॉक्टर ने महिला को बंध्याकरण के लिए फिट बताया. बंध्याकरण करवाने के लिए उसके हाथ पर नंबर डाल दिया गया. सीरियल के मुताबिक जब उसका नंबर आने पर उसे ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया. वहां उसकी पुत्री का पेट खोलने के बाद ऑपरेशन कर रहे डॉ अनिल प्रसाद ने उसको ऑपरेशन थियेटर में बुलाया. और मरीज की ओर इशारा करते हुए डॉक्टर ने कहा कि उसकी पुत्री के बच्चेदानी में इंफेक्शन है.उसे निकालना जरूरी है. नहीं निकालने पर मरीज को कैंसर भी हो सकता है.
बेटी का पेट खुला देख उसे घबराहट होने लगी. गरीबी का हवाला देते हुए पांच सौ रुपया लेकर किसी तरह इलाज करने की गुहार डॉक्टर से लगायी .उक्त महिला ने कहा कि इलाज के नाम पर डॉक्टर उससे 20 हजार रुपये की मांग की. रुपये नहीं दिये जाने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बिना बंध्याकरण किये ही पेट में टाका लगाकर ऑपरेशन थियेटर से बाहर निकल दिया. अस्पताल द्वारा निर्गत पुरजा भी उसे नहीं दिया गया. फिलहाल मरीज की हालत चिंताजनक है. भाकपा नेता जागेश्वर राय,अंचल मंत्री राम विनोद महतो,शंभु सिंह,योगेंद्र चौधरी, मिथिलेश साह आदि ने आरोपित डॉक्टर पर जिला प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की.
जांच कर होगी कार्रवाई
आपके माध्यम से इसकी जानकारी मिल रही है. मामले की जांच करायी जायेगी. जांच में डॉक्टर या स्वास्थ्यकर्मी के दोषी पाये जाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.
सिविल सर्जन,डॉ हरिनारायण सिंह

Next Article

Exit mobile version