किसी ने पिता तो किसी ने पत्नी के साथ बनायी मानव शृंखला

बेगूसराय : मानव शृंखला को लेकर चारों तरफ लोगों में उत्सवी माहौल बना रहा. 45 मिनट तक लोग अपने-अपने घरों से निकल कर सड़कों पर पहुंच मानव शृंखला बना कर दुनिया को यह संदेश दिया कि बिहार का यह नशामुक्त अभियान ऐतिहासिक रूप से सफल रहा. रंग-बिरंगे परिधानों में सज कर महिला हो या पुरुष, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 21, 2017 11:56 PM

बेगूसराय : मानव शृंखला को लेकर चारों तरफ लोगों में उत्सवी माहौल बना रहा. 45 मिनट तक लोग अपने-अपने घरों से निकल कर सड़कों पर पहुंच मानव शृंखला बना कर दुनिया को यह संदेश दिया कि बिहार का यह नशामुक्त अभियान ऐतिहासिक रूप से सफल रहा. रंग-बिरंगे परिधानों में सज कर महिला हो या पुरुष, छात्र हो या नौजवान, बूढ़े हो या बच्चे सभी लोगों ने जाति-धर्म से उपर उठ कर इस अभियान को सफल बनाया. इसी का नतीजा था कि घर से निकल कर लोग सड़कों पर किसी ने अपने माता-पिता के साथ तो किसी ने अपनी पत्नी व बच्चों का हाथ थाम कर इस अभियान को सफल बनाया.

बेगूसराय नगर निगम के पूर्व मेयर संजय सिंह अपने माता-पिता व पत्नी के साथ 45 मिनट तक मानव शृंखला में भाग लेकर इस कार्यक्रम को सफल बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार का यह विजन सिर्फ बिहार ही नहीं पूरे देश व दुनिया को प्रेरणा देने का काम करेगा. जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मतुकेश जैन अपनी पत्नी सरिता जैन के साथ मानव शृंखला में शरीक होकर कहा कि यह अभियान समाज में परिवर्तन की बयार है.

गांव से लेकर शहर तक लोगों में दिखा उत्साह :मानव शृंखला को लेकर शनिवार को अहले सुबह से ही लोगों में भारी उत्साह देखा गया. सुबह आठ बजे से ही लोग अपने-अपने परिवार के साथ घर से निकल कर सड़कों पर कतारबद्ध होने लगे थे. दिन के 12 बजे तक एनएच 31 एवं एनएच 28 की तमाम सड़कें लोगों से पट गयी. इस तरह का उत्साह इससे पहले कभी नहीं देखा गया था. लगभग 261 किलोमीटर में यह अदभुद नजारा बना रहा.
अलग-अलग अंदाज में लोगों ने लिया मानव शृंखला में भाग :मानव शृंखला किसी महापर्व से कम नहीं दिखायी पड़ रहा था. कोई ऐसा गांव या टोला नहीं था जहां लोग उत्साह से लबरेज नहीं हो रहे थे. इसी का नतीजा था कि अलग-अलग अंदाज में लोग इस मानव शृंखला में भाग लिया. कोई ढोल-मजीरा के साथ तो कोई माथे पर नशामुक्त अभियान का टोपी लगाये मानव शृंखला में पहुंच रहा था.
खासकर महिलाओं में गजब का उत्साह देखने को मिला. महिलाओं की अलग-अलग टोली शराबबंदी को लेकर अभियान गीत गाते हुए सड़कों पर पहुंच कर मानव शृंखला में शरीक हो रही थीं.

Next Article

Exit mobile version