40% नुकसान को शत-प्रतिशत माना
बैठक. जिला पर्षद की बैठक में जनहित के मुद्दों पर हुई जोरदार चर्चा सांसद ने कई विभागों के पदाधिकारियों का लगाया क्लास जिले में कुल 284 नलकूप हैं, जिसमें 72 हैं चालू बेगूसराय(नगर) : समाहरणालय स्थित कारगिल भवन में शनिवार को जिला पर्षद की बैठक रवींद्र चौधरी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में जनहित के […]
बैठक. जिला पर्षद की बैठक में जनहित के मुद्दों पर हुई जोरदार चर्चा
सांसद ने कई विभागों के पदाधिकारियों का लगाया क्लास
जिले में कुल 284 नलकूप हैं, जिसमें 72 हैं चालू
बेगूसराय(नगर) : समाहरणालय स्थित कारगिल भवन में शनिवार को जिला पर्षद की बैठक रवींद्र चौधरी की अध्यक्षता में हुई. बैठक में जनहित के मुद्दों पर जोरदार बहस हुई. सड़क,बिजली,स्वास्थ्य का मुद्दा सदन में छाया रहा. बैठक में सदस्यों के द्वारा उठाये जा रहे प्रश्नों को संतोषजनक जवाब देने पर बैठक में भाग लेने पहुंचे सांसद डॉ भोला सिंह ने कई विभाग के पदाधिकारियों की जमकर क्लास लगायी.
स्वास्थ्य का छाया रहा मुद्दा :जिला पर्षद की बैठक में स्वास्थ्य विभाग का मुद्दा छाया रहा. कई सदस्यों ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. इसमें सख्त सुधार की जरूरत है.
मौके पर जिला पार्षद रामनंदन पासवान ने सदन को बताया कि डंडारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी काम कम राजनीति अधिक करते हैं. ग्रामीण राजनीति में प्रभारी के ज्यादा दिलचस्पी रखने से वहां की स्वास्थ्य व्यवस्था काफी प्रभावित हो रही है. इससे क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है. सदन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल सर्जन को इस मामले की जांच कर प्रभारी पर कार्रवाई करने की बात कहीं. इस बैठक में कई सदस्यों ने स्वास्थ्य सेवा बेहतर बनाने की मांग की.
प्रधानमंत्री फसल बीमा को लेकर बरसे सांसद :जिला पर्षद की बैठक में जब कई सदस्यों के द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा का लाभ नहीं मिलने के बारे में बताया तो सांसद सदन में बरस पड़े. प्रधानमंत्री फसल बीमा के तहत 40 प्रतिशत से कम क्षति को शत-प्रतिशत मान कर क्षतिपूर्ति राशि वितरित करने का आदेश सरकार ने दिया था. नतीजा यह है कि फसल बीमा की कंपनियों के लूट-खसोट के चलते इसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाया. उन्होंने इसके लिए दोषी पदाधिकारियों को कंपनियों को कठघरे में खड़ा करने की बात कहीं. फसल बीमा को लेकर सांसद कई पदाधिकारियों पर बरस पड़े. उन्होंने यहां तक कह दिया कि सरकार की आड़ में भ्रष्टाचार का प्रश्रय हो रहा है. बलिया में एसबीआइ ने किसानों के राहत के नाम पर जो पैसे बांटे उसमें 40 लाख रुपये का अता-पता नहीं है. सांसद ने कहा कि 2014-15 के रबी का राष्ट्रीय कृषि बीमा के तहत किसानों के क्लेम का भुगतान अब तक नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि जांच नहीं हो रही है.पैसे लेकर जांच किया जा रहा है. सांसद के इस तेवर से सदन काफी देर तक गरमागरम वातावरण में चलता रहा. सांसद ने इस मौके पर इन समस्याओं के निराकरण के लिए कमेटी बनाकर जांच कराने का आदेश दिया.
नलकूप का छाया रहा मुद्दा:जिला पर्षद की बैठक में नलकूप का मुद्दा छाया रहा. विधान पार्षद रजनीश कुमार ने इस सवाल को उठाते हुए कहा कि जिले में नलकूप की स्थिति अत्यंत ही दयनीय है. जिले में कुल 284 नलकूप हैं. जिसमें से सरकारी आंकड़ा के मुताबिक 72 चालू अवस्था में बताया जा रहा है. लेकिन आज की तिथि में स्थिति यह है कि इन चालू वाले नलकूपों में भी अधिकांश नलकूपों से पानी नहीं निकल पा रहा है. किसान मंहगे दर पर पानी खरीद कर खेतों में फसल को जिंदा रख रहे हैं. इस सवाल को लेकर सदन में उपस्थित कई सदस्यों ने विधान पार्षद का जोरदार समर्थन किया. इन मुद्दों के अलावा बिजली, कृषि, सड़क समेत अन्य जनहित के मुद्दों पर सदस्यों ने जोरदार बहस की. कई सदस्यों ने आरोप लगाया कि बैठक में कई विभागों के पदाधिकारी उपस्थित नहीं होते हैं. सदस्यों ने जनहित के कार्य में पदाधिकारियों के द्वारा उपेक्षा करने का आरोप लगाया.
इस बैठक में बछवाड़ा के विधायक रामदेव राय, बखरी के विधायक उपेंद्र पासवान, जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष सह जिला पार्षद रतन सिंह, उप विकास आयुक्त कंचन कपूर,जिला परिषद के अभियंता नवल किशोर,सहायक मनीष कुमार,दयासागर शास्त्री,जिला पार्षद झूना प्रसाद सिंह, दुलारचंद सहनी, रामनंदन पासवान,किरण ठाकुर,झूना सिंह समेत अन्य पार्षद व विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे.