श्रमिकों को जाति-धर्म में बांटने की हो रही साजिश

मांगों के समर्थन में प्रेरकों ने बुलंद की आवाज बेगूसराय : सीटू से संबंद्ध बिहार राज्य आपदा सुरक्षा प्रेरक संघ का एक दिवसीय जिला स्तरीय आपदा प्रेरक संसद का आयोजन जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष किया गया. इस आपदा प्रेरक संसद कार्यक्रम की अध्यक्षता रामकरण कुंवर ने की. संचालन उमेश मोची व सुरेंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 4, 2017 4:05 AM

मांगों के समर्थन में प्रेरकों ने बुलंद की आवाज

बेगूसराय : सीटू से संबंद्ध बिहार राज्य आपदा सुरक्षा प्रेरक संघ का एक दिवसीय जिला स्तरीय आपदा प्रेरक संसद का आयोजन जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष किया गया. इस आपदा प्रेरक संसद कार्यक्रम की अध्यक्षता रामकरण कुंवर ने की. संचालन उमेश मोची व सुरेंद्र झा ने किया. आपदा प्रेरक संसद कार्यक्रम में जिला के विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत आपदा प्रेरक हिस्सा लिया. इसमें महिला और पुरुष प्रेरक दोनों ने अपनी हिस्सेदारी की.
संसद कार्यक्रम में भाग वाले आपदा प्रेरक-बंधुआ मजदूरी नहीं चलेगी, स्व्यं सेवक कह कर धोखा देना बंद करो, न्यूनतम मजदूरी कानून आधारित 1800 मासिक मानदेय निर्धारित करने आदि नारे लगा रहे थे. संसद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीटू नेता सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वतंत्र भारत में जहां अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा देकर साम्राज्यवाद के खिलाफ बेइंतिहा कुर्बानी दी. उसी देश में स्वतंत्र भारत की सरकारें आज बहुराष्ट्रीय कंपनियों के इशारे पर श्रम कानून पर हमला करने और श्रमिकों को जाति-धर्म में बांटने की साजिश कर न्यूनतम मजदूरी से वंचित कर रही है.
सीटू के राज्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के पत्रांक 274 एवं दिनांक 15 फरवरी 2017 के आलोक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने अभी तक समग्र रूप सूची समर्पित नहीं की है. जबकि योगदान की तिथि कार्य की प्रकृति और पद और अंकित दस्तावेज में लुकाछिपी का खेल चलाया जा रहा है. आपदा प्रेरक संसद ने सर्वसम्मति से आगामी 10 अप्रैल को जिला शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष थाली बचाओ, दो साल से भूखे हैं मजदूरी दो, वेतन दो आंदोलन चलाया जायेगा. 15 अप्रैल तक बिहार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से शिष्ष्टमंडल वार्ता कर धोखाधड़ी को बेनकाब करते हुए 23 अप्रैल को सर्वव्यापी जनसहयोग शिक्षा सेवा संस्थान बिहार के सचिव गुलाब कुरैसी हिसाब दो, वेतन और मजदूरी,स्वयंसेवक कह कर धोखाधड़ी बंद करो आदि नारों के साथ 23 अप्रैल को सत्याग्रह मार्च निकाली जायेगी. संसद कार्यक्रम में धर्मेंद्र कुमार, रंजन कुमार, ललन कुमार, पंडित वीणा देवी, जयआरती कुमारी, रमिया कुमारी, रिंकु कुमारी, अनिता कुमारी, मनीषा कुमारी, राहुल कुमार रंजन आदि उपस्थित थे.

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