आइओसीएल में ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल

प्रदर्शन. लोडिंग कार्य ठप,टर्मिनल के मुख्य द्वार पर प्रबंधन के खिलाफ की नारेबाजी आइओसीएल प्रबंधन पूर्व में हुए समझौते को लागू करने में कर रहा आनाकानी बरौनी(नगर) : कंसोर्टियम सिस्टम को हटाने संबंधी अपनी एक सूत्री मांग को लेकर बिहार टैंकर एसोसिएशन के ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल कर बुधवार को आइओसीएल टर्मिनल से लोडिंग ठप कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2017 6:49 AM

प्रदर्शन. लोडिंग कार्य ठप,टर्मिनल के मुख्य द्वार पर प्रबंधन के खिलाफ की नारेबाजी

आइओसीएल प्रबंधन पूर्व में हुए समझौते को लागू करने में कर रहा आनाकानी
बरौनी(नगर) : कंसोर्टियम सिस्टम को हटाने संबंधी अपनी एक सूत्री मांग को लेकर बिहार टैंकर एसोसिएशन के ट्रांसपोर्टरों ने हड़ताल कर बुधवार को आइओसीएल टर्मिनल से लोडिंग ठप कर दिया.अपनी मांगों के समर्थन में ट्रांसपोर्टरों ने टर्मिनल के मुख्य द्वार पर प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.एसोसिएशन के महासचिव सह मोसादपुर मुखिया मो सालिम खां ने कहा आइओसीएल प्रबंधन पूर्व में हुए समझौते को लागू करने में आनाकानी कर रहा है
जिसके कारण बाध्य होकर एक बार फिर हम हड़ताल करने को मजबूर हो गये.
कंसोर्टियम सिस्टम पर क्यों मचा है बवाल:आइओसीएल टर्मिनल से पेट्रोलियम पदार्थों की ढुलाई के लिए ट्रांसपोर्टरों एवं डीलरों से लिये जानेवाले टैंकर के लिए वर्ष 2017-2022 तक के लिए प्रबंधन द्वारा निकाले गये टेंडर में कंसोर्टियम सिस्टम को लागू करने की बात कही गयी है.नये नियमावली के अनुसार एक पंप की गाड़ी अपने अगल- बगल के अन्य दो पंपों के लिए भी पेट्रोलियम पदार्थों का परिवहन करेगा.बस इसी नये नियमावली को ले ट्रांसपोर्टर व प्रबंधन आमने-सामने खड़े हो गये हैं.
प्रबंधन पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप:बिहार टैंकर एसोसिएशन के महासचिव मो सालिम ने बताया कि कंसोर्टियम सिस्टम को समाप्त करने की मांग को लेकर 28 फरवरी को हड़ताल किया गया था.हड़ताल के दूसरे दिन 29 फरवरी को बेगूसराय के जिला पदाधिकारी,सदर एसडीओ के समक्ष रिफाइनरीको-ऑर्डिनेटर राजेश्वर प्रसाद,डीजीएम एस ए खान,आरसी शहनाज और टैंकर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अजय कुमार सिंह,सचिव सोनू शंकर सिंह के बीच वार्ता के दौरान तय किया गया था कि कंसोर्टियम सिस्टम में सुधार किया जायेगा ताकि ट्रांसपोर्टरों का अहित न हो.उसके बाद 22 मार्च को टर्मिनल के सभागार में प्रबंधन और एसोसिएशन के लोगों के बीच बैठक हुई. जिसमें एक अप्रैल तक डीलरों की सूची का प्रकाशन किया जाना था .लेकिन 30 अप्रैल तक कंपनी के लोग आना-कानी करते रहे .जिसके कारण सूची प्रकाशित नहीं की जा सकी.बाध्य होकर बिहार टैंकर एसोसिएशन ने वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए हड़ताल कर टर्मिनल से लोडिंग ठप कर दी.वहीं प्रबंधन का कहना है कि पूरे देश में यह सिस्टम लागू है.
हड़ताल से करोड़ों का नुकसान:प्राप्त जानकारी के अनुसार आइओसीएल के टर्मिनल से यूपी,झारखंड,नेपाल के लिए रोजाना 800-1000 टैंकरों में पेट्रोल,डीजल,केरोसीन की लोडिंग की जाती है.प्रबंधन और टैंकर एसोसिएशन के अड़ियल रवैये के कारण हड़ताल शुरू होने से सरकार को प्रतिदिन करोड़ों के राजस्व की क्षति होगी.वहीं इस हड़ताल से टर्मिनल क्षेत्र में वीरानी छा गयी है.प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम में प्रबंधन और बिहार टैंकर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के बीच गतिरोध दूर करने लिए वार्ता होगी. इस संबंध में पूछे जाने पर एसोसिएशन के महासचिव मो सालिम खां ने कहा बातचीत का द्वार खुला है.प्रबंधन ने वार्ता की पेशकश की है.उन्होनें स्पष्ट शब्दों में कहा वार्ता विफल रही तो हड़ताल आगे भी जारी रहेगा.

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