माले का प्रतिवाद मार्च
प्रदर्शन. बलिदानी दुर्गास्थान से प्रतिवाद मार्च निकाला अपराध पर नहीं लगा अंकुश तो तेज होगा आंदोलन बेगूसराय : जिले में लगातार हो रही हत्याओं के खिलाफ विभिन्न संगठनों के लोग अब सड़क पर उतरने लगे हैं. लगातार घट रही घटनाओं से आक्रोशित लोगों ने शासन और प्रशासन से अपील की है कि अगर शीघ्र अपराध […]
प्रदर्शन. बलिदानी दुर्गास्थान से प्रतिवाद मार्च निकाला
अपराध पर नहीं लगा अंकुश तो तेज होगा आंदोलन
बेगूसराय : जिले में लगातार हो रही हत्याओं के खिलाफ विभिन्न संगठनों के लोग अब सड़क पर उतरने लगे हैं. लगातार घट रही घटनाओं से आक्रोशित लोगों ने शासन और प्रशासन से अपील की है कि अगर शीघ्र अपराध की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगा तो आंदोलन और तेज किया जायेगा. रविवार को भाकपा माले के द्वारा एनएच 31 शहर के बलिदानी दुर्गा स्थान से प्रतिवाद मार्च निकाला गया. जो पोखडि़या होते हुए एसपी ऑफिस कचहरी रोड के रास्ते ट्रैफिक चौक तक गया.
मार्च का नेतृत्व खेग्रामस जिला सचिव सह माले के पूर्व सचिव चंद्रदेव वर्मा, माले के नगर सचिव राजेश श्रीवास्तव, जसम के जिला सचिव दीपक सिन्हा कर रहे थे. ट्रैफिक चौक पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए चंद्रदेव वर्मा ने कहा कि जिले में विधि व्यवस्था नाम की चीज नहीं रह गयी है. पुलिस-अपराधी गठजोड़ क कारण हत्याओं का दौर चल पड़ा है. उन्होंने कहा कि तीन दिन में पेट्रोल पंप मालिक सहित अलग-अलग तीन लोगों की हत्या में जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है. उन्होंने कहा कि मकसूदनपुर में महेश राम, रामप्रवेश राम की हत्या हुई. अभी हाल में संजू राम को चार गोलियों से छलनी कर दिया गया था.
इसके बावजूद अपराधियों की गिरफ्तार नहीं हुई है. उन्होंने पुलिस कप्तान के तबादले की मांग की है. राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि नीतीश सरकार में दलितों-कमजोर लोगों पर हमले बढ़े हैं. सामंती अपराधियों को संरक्षण और अत्याचार के खिलाफ जोड़ने वालों को जेल में बंद किया गया है. माले विधायक सत्यदेव राम, युवा नेता अमरजीत कुशवाहा इसका जता-जागता सबूत है. दीपक सिन्हा ने कहा कि हत्या की संस्कृति बंद होनी चाहिए. अन्यथा संस्कृतिकर्मी और साहित्यकार भी इसके प्रतिवाद में उतरेंगे. सुरेश पासवान, राजेंद्र महतो, रामबालक पासवान, फुलेना पासवान, विनोद पासवान, सुनील सदा, आरती देवी, अमीला देवी, कारो देव सहित सैकड़ों लोग मार्च में शामिल हुए. इधर कई संगठनों के प्रतिनिधियों के द्वारा भी अपराध के वरोध में सड़क पर उतर कर आंदोलन करने की सुगबुगाहट तेज कर दी है.