मंसूरचक. प्रखंड के समसा दो पंचायत के वार्ड संख्या- 8 आगापुर गांव में रमेश रजक के पुत्र हरिवंश कुमार की करीब 20 वर्षीय पत्नी शबनम कुमारी ने शुक्रवार के दिन करीब 7:30 बजे घर के बरामदा पर सिलिंग फेन में रस्सी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली. घटना के संबंध में मृतका के ससुर रमेश रजक ने बताया उसकी सास कुछ काम से बाहर निकली थी उसी समय शबनम ने घटना काे अंजाम दे दिया. जब वह देखी बहू फांसी पर झूली हुई हैं तो पड़ोस के लोगों के सहारे उसे फंदा हटाने की कोशीश की, लेकिन तब तक तो शबनम भगवान के घर रवाना हो चुकी थी. उन्होंने कहा कि 13 मार्च 2023 के दिन हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार अपना पुत्र हरिवंश कुमार की शादी तेघड़ा अनुमंडल के किरतौल गांव में नरेश रजक की पुत्री के साथ किया था. शादी होने के बाद रुकसदी करवा कर आगापुर गांव लायें फिर कुछ दिन बाद मैके अपने पिता के साथ गयी. जब पांच माह बाद आगापुर ससुराल लायें तो शबनम मानसिक रोगी जैसी उपद्रव करना शुरू कर दी. उपद्रव बढ़ते देख रमेश रजक ने उनके पिता को बुलवा कर उनके साथ मिलकर शबनम को मानसिक रोग विशेषज्ञ समस्तीपुर स्थित डाक्टर बक्सी के यहां दिखा कर जांचोपरांत दबा रेगूलर चलती रही. इसी बीच शबनम को एक लड़की भी जन्म ली जो अभी सात माह की हैं.उक्त घटना की सूचना पाकर मृतका शबनम की मां सीता देवी, पिता नरेश रजक आगापुर पहुंच कर बेटी का शव देख रोते रोते बेहोशी की हालत बन जाया करता था. मृतिका शबनम की मां, पिता ने कहा कि शबनम शादी के पहले से ही मानसिक रोग से ग्रसित थी. जिसे एक बार बेगूसराय के डाक्टर से दिखवाया था. शबनम के पिता ने कहा विक्षिप्त रहने के कारण ही शबनम ने इस तरह की घटना का अंजाम दी हैं. उन्होने स्पष्ट पुलिस के समक्ष भी किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया हैं. खुदकशी कर लेने की बात को ही स्वीकार किया है. मंसूरचक थानाध्यक्ष रोहित कुमार गुप्ता ने घटनास्थल पर पहुंच कर लड़का पक्ष एवं लड़की के मां पिता से गहन पूछ-ताछ की. उसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरा कर शव को पोस्टमार्टम हेतु सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया गया.
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