बेगूसराय. छात्र संगठन आइसा ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के चल रहे आंदोलन पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत छात्र संगठन आइसा ने प्रतिवाद मार्च निकाला. मार्च जिला कार्यालय कमलेश्वरी भवन से निकल कचहरी रोड होते हुए कैंटिंग चौक पहुंचा.जहां सभा में का आयोजन किया गया.सभा को संबोधित करते हुए आइसा के राज्य उपाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा बीपीएससी की 70वीं पीटी पटना समेत बिहार के अनेक केंद्रों पर पेपर लीक व घोर आपत्तिजनक अनियमितताओं के साथ सम्पन्न हुई.
परीक्षा रद्द करने की मांग उठी
परीक्षा रद्द करने की लोकप्रिय मांग उठी. अभ्यर्थी ठंड में धरने पर बैठे. पर नीतीश–भाजपा सरकार न सिर्फ जिद्द में बहरी बनी रही बल्कि उल्टे न्याय की मांग कर रहे नौजवानों पर अंग्रेजी शासन की याद दिलाने वाला बर्बर लाठीचार्ज किया.नीतीश-मोदी सरकार बिहार में सुशासन के बड़े बड़े दावे करती है पर एक परीक्षा सुचारु रूप से करा पाने में सफल नहीं है. जिला अध्यक्ष सोनू फर्नाज ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए है कि रविवार तक पीटी परीक्षा रद्द कर नई तारीखों का ऐलान नहीं हुआ तो फिर 30 दिसंबर को पूरे बिहार का चक्का जाम किया जाएगा. जिसमें पटना–दिल्ली की डबल इंजन सरकार के बहरे कानों को सुनाने के लिए सड़क और रेलमार्ग को पूरी तरह से ठप किया जाएगा.कैंडल मार्च निकाल सोनू को श्रद्धांजलि दी जायेगी
आइसा नेता विशाल पासवान ने कहा मुजफ्फरपुर केंद्र पर बीपीएससी पीटी परीक्षा देने वाले पटना जिले के पालीगंज के सोनू कुमार नाम के छात्र ने इस तनाव में अपनी जान ले ली. यह आत्महत्या नहीं सांस्थानिक हत्या है. जिसका जवाब मोदी–नीतीश की जोड़ी को देना होगा. कहा कि चक्का जाम की पूर्व संध्या पर कैंडल मार्च निकाल सोनू कुमार को श्रद्धांजलि दी जाएगी. आइसा नेताओं ने छात्रों से एकजुट आंदोलन के लिए आगे आनेऔर 30 दिसंबर के बिहार का चक्का जाम आंदोलन में सक्रिय हिस्सेदारी निभाने की अपील किया. मौके पर उत्कर्ष कुमार, अभिमन्यु कुमार,ईशान कुमार , हिमांशु कुमार,आदिल, अनीश यादव,अरमान आलम,कासिफ सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है