बीहट. बीहट जागीर दास टोला वार्ड-23 में डायरिया के चलते बुधवार को एक और जान चली गयी. इससे पहले रामउद्गार दास के करीब 12 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण कुमार की मौत भी हो चुकी है. इस बार उसकी 55 वर्षीया मां तारा देवी काल के गाल में समा गयी. गंदगी के ढ़ेर पर बैठा दास टोला में एक ही परिवार में दादी-पोता की मौत से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया है. बरौनी सीएचसी प्रबंधन की मानें तो आज सुबह तारा देवी की हालत गंभीर देखकर उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. उसके बाद अस्पताल की गाड़ी ने शव को बीहट स्थित उसके घर पर लाकर छोड़ दिया.वहीं परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने उचित इलाज के अभाव में अस्पताल में ही उसके मौत होने और बेगूसराय रेफर का झूठा बहाना बनाने का आरोप लगाते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने की जिद पर अड़ गये.लोगों ने कहा आखिर किस कारण से दो लोगों की मौत हुई, इसके लिए पोस्टमार्टम का होना जरूरी है.करीब तीन घंटे की हीला-हवाली के बाद एफसीइ थानाध्यक्ष अंजलि कुमारी द्वारा शव को पोस्टमार्टम हेतु बेगूसराय भेजा जा गया.बताते चलें कि गंदगी के ढ़ेर पर बैठा दास टोला में विगत कई दिनों से डायरिया से एक दर्जन से अधिक लोग आक्रांत हैं.मरीज अब भी गंभीर स्थिति में भर्ती हो रहे हैं.बरौनी सीएचसी में सुविधा का अभाव और ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कई लोग अन्यत्र अपना ईलाज कराने निकल गये. वहीं बरौनी सीएचसी प्रभारी संतोष कुमार झा ने अस्पतालकर्मी सेवाभाव से मरीजों की दिन-रात सेवा की है.वहीं छह लोगों की गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है.वहीं तेघड़ा विधायक की पहल पर जिला से सीडीओ डा राजू कुमार बीहट पहुंचकर वस्तुस्थिति का जायजा लिया और डायरिया से बचाव के लिए आवश्यक निर्देश दिये. मौके पर बरौनी सीएचसी प्रभारी डा संतोष कुमार झा दलबल के साथ मौजूद थे.
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