बेगूसराय: इंक्वायरी में कार्यरत कर्मियों की लापरवाही के कारण स्टेशन पर मची भगदड़ बेगूसराय
बेगूसराय. बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर बुधवार की दोपहर इंक्वायरी में कार्यरत कर्मियों के लापरवाही के कारण यात्रियों के बीच भगदड़ का माहौल हो गया. इंक्वायरी में कार्यरत कर्मियों के द्वारा पहले तो ट्रेन संख्या 13206 जनहित एक्सप्रेस के आने की उद्घोषणा डाउन लाइन के प्लेटफार्म संख्या दो पर गयी. लेकिन अचानक से दोपहर के 12 […]
बेगूसराय. बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर बुधवार की दोपहर इंक्वायरी में कार्यरत कर्मियों के लापरवाही के कारण यात्रियों के बीच भगदड़ का माहौल हो गया. इंक्वायरी में कार्यरत कर्मियों के द्वारा पहले तो ट्रेन संख्या 13206 जनहित एक्सप्रेस के आने की उद्घोषणा डाउन लाइन के प्लेटफार्म संख्या दो पर गयी. लेकिन अचानक से दोपहर के 12 बजकर 45 मिनट के करीब जनहित एक्सप्रेस के एक नंबर (अप लाइन) पर आने की सूचना इंक्वायरी ऑफिस से हो गयी. इंक्वायरी ऑफिस से उद्घोषणा होते ही यात्रियों में भगदड़ मच गया. थ्रू लाइन पर माल गाड़ी खड़ी रहने के बावजूद सैकड़ों यात्री दो नंबर प्लेटफार्म से थ्रू लाइन(माल गाड़ी के नीचे) से होकर एक नंबर प्लेटफार्म पर भागने लगे. यात्रियों की भीड़ चूहों की तरह मालगाड़ी के नीचे ट्रैक पर होते हुये एक नंबर प्लेटफार्म पर आने लगी. पहले से प्लेटफार्म संख्या एक पर खड़े सैकड़ों यात्री भी सहम से गये कि अगर थ्रू लाइन की मालगाड़ी कहीं खुल गयी तो बड़ा हादसा हो सकता है.
: 11 मई को जनहित से ही कटकर बीए पार्ट-वन की छात्रा की हुई थी दर्दनाक मौतपाटलिपुत्र से खुलकर पूर्णिया कोर्ट तक जाने वाली ट्रेन जनहित एक्सप्रेस से ही 11 मई को काटकर एक छात्रा की मौत हो गयी थी. उक्त छात्रा खगड़िया जिले के महेशखूंट थाना क्षेत्र निवासी विजेंद्र पासवान की 18 वर्षीय पुत्री ज्योति कुमारी थी. ज्योति कॉलेज के कार्य के सिलसिले में महेशखूंट से बेगूसराय आई थी. वापस कॉलेज का काम खत्म करने के बाद जनहित एक्सप्रेस में चढ़ने दो नंबर प्लेटफार्म गयी थी. लेकिन ट्रेन में भीड़ रहने की वजह से उक्त छात्रा का पैर फिसल गया और वह चलती ट्रेन से ट्रैक पर जाकर गिर गयी थी. आनन-फानन में ट्रेन को रुकवाया गया और छात्रा को अंदर से निकाला गया. छात्रा बुरी तरह से जख्मी हो गयी थी. जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के क्रम में ही उक्त छात्रा की मौत हो गयी थी. 11 मई के बाद पुनः 15 मई को जनहित में ही यह दूसरी लापरवाही सामने आयी है.