चारों तरफ बिखरा था खून, भयानक मंजर देख सिहरे लोग

मंगलवार की अहले सुबह समय पांच बजकर बीस मिनट हो रहा था. सुबह लोग ठीक से जगे भी नहीं थे कि एफसीआइ थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच-31 स्थित सीताराम मिश्र स्मारक द्वार बीहट के समीप भीषण सड़क हादसा की खबर ने उनका होश उड़ा दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 9, 2024 9:41 PM

बेगूसराय/बीहट. मंगलवार की अहले सुबह समय पांच बजकर बीस मिनट हो रहा था. सुबह लोग ठीक से जगे भी नहीं थे कि एफसीआइ थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच-31 स्थित सीताराम मिश्र स्मारक द्वार बीहट के समीप भीषण सड़क हादसा की खबर ने उनका होश उड़ा दिया. लोग जबतक घटनास्थल पर पहुंचते तब तक ऑटो और कार की टक्कर में पांच लोगों की मौत हो चुकी थी. मरने वालों में सभी ऑटो सवार थे. उनकी क्षत-विक्षत लाशें ऑटों में फंसी थी और सिकुड़कर एक-दूसरे के ऊपर पड़ी हुई देखकर लोगों के दिल दहल उठे. मिली जानकारी के अनुसार ऑटो पर कुल 11 लोग सवार होकर हाथीदह जंक्शन से बेगूसराय के लिए चले थे, लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि उनकी यह उनकी अंतिम यात्रा साबित होगी. बीहट स्थित सीएनजी पंप से ईंधन रीफिल कराकर ऑटो बमुश्किल दो सौ मीटर आगे बढ़ी ही थी कि बीहट रतन चौक के पास तेज रफ्तार कार बीआर 09भी/9823 ने तेज गति से जा रही ऑटो बीआर09पीए/8393 को ओवरटेक करने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं कर पाया. इसके बाद कार ने फिर ओवरटेक करना चाहा, इसी क्रम में कार ऑटो से टकरायी और ज्यादा स्पीड होने की वजह से ऑटो एनएच से हटकर मकससपुर टोला जाने वाली सड़क पर पलट गया और कार भी शहीद स्मारक के गेट से टकरा कर क्षतिग्रस्त हो गयी. हादसे की तेज आवाज सुनकर स्थानीय लोग जब तक घटनास्थल पर पहुंचते तब तक पांच लोग तेज रफ्तार की कहर का निवाला बन चुके थे. हर तरफ खून ही खून और यात्रियों के सामान बिखरे हुए थे. कार के अंदर बैठे दो लोगों की जान हादसे के बाद एयर बैलून खुलने से बच गयी. लेकिन उनके भी चोटिल होने की बात लोगों ने बतायी, जो भीड़ का फायदा उठाकर वहां से चुपचाप खिसक गये. ऑटो-कार की टक्कर में मरने वालों में शाम्हो थाना क्षेत्र के बिजुलिया गांव निवासी स्व जगदीश यादव के 35 वर्षीय पुत्र सिंटू कुमार, नालंदा के पुआरी गोनामा गांव निवासी सुनील पाठक के 26 वर्षीय पुत्र विक्की पाठक, गढ़पुरा थाना क्षेत्र के मौजी निवासी वीरेंद्र तांती के 22 वर्षीय अमनदीप कुमार, गढ़पुरा थाना क्षेत्र के कुंवरटोल निवासी रामदास के 24 वर्षीय पुत्र नीतीश कुमार एवं छौड़ाही के बेंगा गांव निवासी स्व. रामाकांत दास के 25 वर्षीय पुत्र रजनीश कुमार उर्फ गौतम के रूप में हुई है. सभी मृतकों को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेज दिया गया. वहीं इस हादसे में गंभीर रूप से घायल गढ़पुरा थाना क्षेत्र के रजौर वार्ड-3 निवासी योगेन्द्र यादव के पुत्र चंद्रदेव यादव(30), मटिहानी वार्ड-1 निवासी राम उदय तांती के पुत्र लखपति तांती (39) और खगड़िया अंबा निवासी तिलकधारी के पुत्र सुजीत कुमार (35) को स्थानीय पुलिस द्वारा बेगूसराय के ग्लोकल अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल प्रबंधन की ओर से बताया गया कि तीन में से दो की हालत चिंताजनक है. डॉक्टरों के अनुसार जान का खतरा तो नहीं है लेकिन स्थिति बहुत अच्छी भी नहीं है. सड़क हादसे का शिकार बने सिंटू कुमार शाम्हो थाना क्षेत्र के बिजुलिया गांव के रहने वाले थे. वे दिल्ली में ड्राइवर की नौकरी करते थे. कल उनके साढू की लड़की की शादी थी, उसी में शामिल होने के लिए आ रहे थे. नालंदा के पुआरी गोनामा गांव निवासी सुनील पाठक के बेटे विक्की पाठक दिल्ली एम्स में कैंसर विभाग में नौकरी करता था. कल उसके साले की शादी थी. उसमें शामिल होने के लिए अपने ससुराल मटिहानी आ रहा था.वहीं छोटी मौजी निवासी अमनदीप कुमार और नीतीश कुमार आपस में मामा-भांजा थे जो पटना से वापस लौट रहे थे.दोनों की हादसे में एक साथ मौत हो गयी जबकि छौड़ाही थाना क्षेत्र के राजोपुर बेंगा गांव का निवासी रजनीश कुमार उर्फ गौतम ओडिशा में टाइल्स का काम करता था. 11 जुलाई उसके बड़े भाई चंदन कुमार की शादी है, उसमें शामिल होने के लिए आ रहा था. प्रत्यक्षदर्शी चंदन कुमार झा ने बताया कि दोनों गाड़ी एक ही साइड से आ रही थी. ओवरटेक करने के दौरान ये हादसा हुआ. हादसे से कुछ दूर पहले कार ने ऑटो को ओवरटेक करने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं कर पाया.इसके बाद उसने दोबारा गाड़ी ओवरटेक करने की कोशिश की. जिससे कार ऑटो से टकरा गया. वहीं इस घटना में बाल-बाल बचने वाले ऑटो सवार सिंघौल निवासी स्व अर्जुन शर्मा के पुत्र बबूल शर्मा ने बताया कि दिल्ली से हम विक्रमशिला ट्रेन से सुबह चार बजे हथीदह स्टेशन पहुंचे थे. उसके बाद ऑटो पकड़कर बेगूसराय के लिए चले थे. हम कुल 11 लोग सवार थे.हम आगे वाली सीट पर बैठे हुए थे. ठोकर लगते ही हम ऑटो से बाहर फेंका गये. घटना के फौरन बाद घटनास्थल पर पहुंचने वाले जदयू नेता राम नारायण सिंह, राकृष्ण सहित अन्य लोगों ने बताया कि घटना की जानकारी स्थानीय थाना और 112 पर नंबर डायल करने के बावजूद पुलिस घटनास्थल पर करीब एक घंटा की देरी से पहुंची. जिसको लेकर स्थानीय लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया. वहीं पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजने वक्त भी पुलिस के कुछ लोग मूकदर्शक बनकर दर्शकों के साथ खड़े रहे, वहीं दो पुलिस पदाधिकारी को स्थानीय लोगों का साथ मिला और तब जाकर पांचों शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा सका. स्थानीय ग्रामीण डा कुंदन कुमार, वार्ड-23 के पार्षद प्रतिनिधि नारायण कुमार, चंदन कुमार झा, सौरभ कुमार के प्रयास की लोगों ने काफी सराहना की. घटना को लेकर सदर-2 डीएसपी भाष्कर रंजन, बरौनी बीडीओ अनुरंजन कुमार सहित अन्य लोग पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और अस्पताल जाकर घायलों से मिलकर उनका हालचाल जाना.

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