डायरिया से बच्चे की मौत, दर्जनों लोग अस्पताल में भर्ती
नगर परिषद बीहट के जागीर दास टोला वार्ड-23 में डायरिया ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है. टोला में विगत रविवार से डायरिया से कई लोग आक्रांत हैं. जबकि एक की मौत भी हो चुकी है.
बीहट. पिछले दिनों हुई बारिश के बाद गंदगी और कचरे के ढेर पर बैठा नगर परिषद बीहट के जागीर दास टोला वार्ड-23 में डायरिया ने अपना पांव पसारना शुरू कर दिया है. टोला में विगत रविवार से डायरिया से कई लोग आक्रांत हैं. जबकि एक की मौत भी हो चुकी है. ग्रामीणों के मुताबिक गांव के दर्जनों लोग डायरिया से पीड़ित हो चुके हैं. लोग डायरिया फैलने से भयभीत हैं. शुरू में सभी डायरिया पीड़ितों का इलाज आसपास के ग्रामीण प्रैक्टिशनरों व निजी अस्पतालों में कराया गया. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि विगत रविवार को डायरिया से रामउद्गार दास के करीब 12 वर्षीय पुत्र लक्ष्मण कुमार की मौत भी हो चुकी है. जबकि उनके एक और पुत्र विकास कुमार भी डायरिया की चपेट में हैं और किसी निजी अस्पताल में भर्ती है.वहीं रामप्रवेश दास की पत्नी 26 वर्षीय खुशबू देवी, पांच वर्षीया भारती कुमारी, स्व गंगा दास की 15 वर्षीया पुत्री रानी कुमारी, राजू कुमार की पत्नी ललिता कुमारी बीहट स्थित एक निजी अस्पताल में इलाजरत हैं. लोगों ने बताया कि रविवार को लक्ष्मण कुमार की मौत के बाद डायरिया ने पूरे गांव में पांव पसारना शुरू कर दिया. गांव में डायरिया फैलने की खबर सुनकर मंगलवार को स्थानीय बरौनी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से मेडिकल टीम को गांव भेजा गया. टीम के सदस्य पहुंचकर पीड़ितों के इलाज में जुट गये.मेडिकल टीम के लोगों ने पूछने पर बताया कि टोला में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.बांकी काम बारिश की वजह से संक्रमण फैलने के कारण डायरिया का प्रकोप बढ़ गया.इन लोगों ने इलाज के साथ-साथ ग्रामीणों को साफ- सफाई रखने व सावधानी बरतने को कहा.मेडिकल टीम ने डायरिया पीड़ित कुछ लोगों का उनके घर पर ही इलाज किया.सभी को डायरिया का कारण,लक्षण व बचाव के प्रति जागरूक भी किया.वहीं निजी अस्पताल में भर्ती तीन लोगों को बेहतर इलाज के लिए बरौनी पीएचसी ले जाया गया. मौके पर मौजूद तेघड़ा विधायक रामरतन सिंह की पहल पर वार्ड में कचरा व गंदगी के अंबार को साफ करने का काम शुरू कर दिया गया है. वहीं वार्ड-23 पार्षद प्रतिनिधि नारायण सिंह ने बताया कि मामले को लेकर नगर परिषद बीहट कार्यपालक पदाधिकारी व मुख्य पार्षद को फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन उठाना भी जरूरी नहीं समझा. बताते चलें कि इस जागीर दास टोला के सड़क पर हमेशा गंदे पानी का जमाव रहता है और लोग घर के कचड़े को एनएच पर फेंकने को विवश रहते है.मजे की बात तो यह है कि डायरिया फैलने और एक बच्चे की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आ गयी लेकिन बीहट नगर परिषद के अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है. बीहट नगर पर्षद की कार्यशैली के खिलाफ आक्रोश एआइएसएफ के संयुक्त राज्य सचिव राकेश कुमार ने कहा मुहल्ले में गंदगी का अंबार है जिस वजह से ये स्थिति उत्पन्न हुई है. नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी और मुख्य पार्षद संवेदनहीन हैं. वे लोग कमीशन के रुपयों से मौज उड़ा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ़ गरीब लाचार लोग उचित साफ़ सफाई और इलाज़ के अभाव में दम तोड़ रहे हैं.वहीं पूर्व छात्र नेता रामकृष्ण ने कहा कचरा उठाने के नाम पर करोडो़ का व वारा-न्यारा किया जा रहा है.आज एक मासूम की जिंदगी उसकी भेंट चढ़ गया.छात्र नेता सौरभ कुमार ने कहा दास टोला की सघन आबादी में नाली नहीं रहने की वजह से पानी जमी रहती है.इस कारण महामारी की स्थिति बन गई है.जल्द यहां नाली निर्माण नहीं होने पर हमारा संगठन नगर प्रशासन के खिलाफ़ आंदोलन को बाध्य होगा.भाजपा मंडल अध्यक्ष यशस्वी आनंद ने कहा नगर प्रशासन या प्रखंड स्वास्थ्य विभाग की टीम स्वास्थ्य के प्रति उदासीन है.गहरी निद्रा में सोए प्रशासक पीड़ितों व जनता के डांट-फटकार के बाद ही सक्रिय होते हैं.
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