‘हर की पौड़ी’ की तर्ज पर विकसित सिमरिया धाम का सीएम नीतीश कुमार ने किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिमरिया धाम जाकर लोक आस्था के प्रमुख केंद्र सिमरिया धाम के विकास एवं सौंदर्यीकरण योजना के प्रथम चरण के कार्यों का उद्घाटन किया. सिमरिया शाम को हरिद्वार की 'हर की पौड़ी' की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को मिथिलांचल सहित पूरे राज्य के लोगों के आस्था का प्रमुख केंद्र विकसित सिमरिया धाम का लोकार्पण किया. बेगूसराय जिले के सिमरिया धाम के निकट उत्तरवाहिनी गंगा नदी पर प्रथम फेज में 115 करोड़ की लागत से विकसित सिमरिया धाम का लोकार्पण किया. बेगूसराय जिले के सिमरिया धाम के निकट उत्तरवाहिनी गंगा नदी पर सीढ़ी घाट, धर्मशाला, पार्क, स्नान घाट एवं चेंजिंग रूम का निर्माण किया गया है. इसके साथ ही धार्मिक अनुष्ठान हेतु मंडप निर्माण एवं गंगा आरती हेतु निर्धारित स्थल, घाट के समानांतर स्नान हेतु सुरक्षा व्यवस्था एवं बैरीकेडिंग, शेडेड कैनोपी, वाच टावर, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंड स्केपिंग सहित अन्य सौंदर्यीकरण कार्य किया गया है.
सीएम ने सिमरिया घाट का लिया जायजा
इस अवसर पर सीएम ने नवनिर्मित सीढ़ी घाट पर पूजा-अर्चना भी की. लोकार्पण के बाद मुख्यमंत्री ने सिमरिया घाट का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिये. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिंहा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, पूर्व जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग के केंद्रीय मंत्री सह बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
मई 2023 में हुआ था योजना का शिलान्यास
इस मौके पर जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चैधरी ने कहा कि सिमरिया धाम बिहार की एक प्रमुख धर्मस्थली है. प्राचीन काल से ही कुम्भ एवं कल्पवास स्थल होने के कारण यह एक प्रमुख धार्मिक एवं आध्यात्मिक केन्द्र रहा है. फरवरी 2023 में अपने समाधान यात्रा के क्रम में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिमरिया धाम के समुचित विकास का निर्देश दिया था तथा विगत मई माह में इस योजना का शिलान्यास हुआ. हर्ष की बात है कि इस योजना का आज लोकार्पण हो रहा है.
चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत 550 मीटर में कटाव निरोधक कार्य एवं सीढ़ी घाट के निर्माण के साथ रिवर फ्रंट के विकास का काम लगभग 115 करोड़ की लागत से किया गया है। उन्होंने बताया कि सिमरिया सम्पूर्ण मिथिला क्षेत्र का प्रवेश द्वार होने के साथ ही यह बिहार के हरिद्वार के रूप में ख्याति प्राप्त करेगा.
इन सुविधाओं का हो रहा निर्माण
जल संसाधन विभाग की ओर से सिमरिया में राजेंद्र पुल और निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के बीच में गंगा नदी के बायें तट पर घाट का उच्चीकरण, सुदृढ़ीकरण और शीट पाइलिंग कराते हुए करीब 550 मीटर लंबाई में सीढ़ी घाट के निर्माण के साथ-साथ संपूर्ण कल्पवास क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न सुविधाओं का निर्माण कार्य जारी है. योजना में रिवर फ्रंट का विकास, स्नान घाट के पास चेंजिंग रूम का निर्माण, स्नान घाट के समानांतर सुरक्षा व्यवस्था, गंगा आरती के लिए स्थल का निर्माण, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप का निर्माण, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था एवं लैंडस्केपिंग, शौचालय परिसर, तीन मंजिला धर्मशाला परिसर, शेडेड कैनेपी, वाच टावर, पाथ-वे एवं प्रकाशीय व्यवस्था का निर्माण आदि शामिल है. इसके अलावा निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल से दक्षिण में स्थित मुक्ति धाम को बेहतर बनाया जाना है.