डीएम ऑफिस में पार्षद ने किया आत्मदाह का प्रयास

बेगूसराय जिले के बलिया प्रखंड के मनसेरपुर में एक वार्ड पार्षद ने सोमवार को डीएम कार्यालय परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया. हालांकि वहां मौजूद पुलिस बल ने उसके हाथ से ज्वलनशील पदार्थ को जब्त कर लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | July 1, 2024 11:06 PM
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बेगूसराय जिले के बलिया प्रखंड के मनसेरपुर में एक वार्ड पार्षद ने सोमवार को डीएम कार्यालय परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया. हालांकि वहां मौजूद पुलिस बल ने उसके हाथ से ज्वलनशील पदार्थ को जब्त कर लिया है. यह पूरा मामला बलिया प्रखंड के मनसेरपुर वार्ड तीन के पार्षद विनोद कुमार से जुड़ा है. वार्ड पार्षद विनोद कुमार ने बताया कि प्रशासनिक महकमे के उदासीन रवैये की वजह से आज हम आत्मदाह कर रहे थे. इस संबंध में उन्होंने बताया कि जो सड़क बननी थी उसके आगे गैरमजरूआ आम जमीन है. उसको खाली करवाने के लिए बलिया के सीओ को आवेदन दिया गया. इस सड़क के बनने से 15 लोगों को रास्ता मिल जाता. पार्षद का आरोप है कि सीओ विरोधी पक्ष से पैसा लेकर मामले को टाल-मटोल करते रहे. हाइकोर्ट में केस किया गया, इसमें भी डिग्री मिल गयी. बावजूद अतिक्रमित जमीन खाली नहीं करायी गयी. धीरे-धीरे समय बीतते गया. इसी बीच सीओ का ट्रांसफर हो गया. पीड़ित वार्ड पार्षद ने बताया कि नये सीओ को मामले से अवगत कराया गया. उन्होंने आश्वासन दिया कि आदर्श आचार संहिता के बाद काम शुरू करेंगे, लेकिन वो भी टाल-मटोल करते गये. अंत में आजिज होकर मैंने आत्मदाह का फैसला लिया. इधर, वार्ड पार्षद आत्मदाह नहीं कर ले इसको लेकर डीएम कार्यालय परिसर में पहले से ही अग्निशमन की गाड़ी लगी हुई थी. आत्मदाह करने वाले वार्ड पार्षद ने बताया कि पूरे मामले की जानकारी डीएम को भी दी गयी, लेकिन न तो उन्होंने स्थल निरीक्षण किया और न ही किसी प्रकार की कार्रवाई, जबकि सरकारी जमीन अतिक्रमित किये जाने के विवादित मामलों का स्थल निरीक्षण डीएम को करना होता है. उन्होंने किसी प्रकार का संज्ञान नहीं लिया. पीड़ित ने बताया कि अतिक्रमित जमीन को अतिक्रमणमुक्त करवाने के लिए सीओ, एसडीओ, डीएम तक को आवेदन दिया, कई चक्कर भी लगाये, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला. अंत में मैंने आत्मदाह का कदम उठाया है. डीएम कार्यालय जब वार्ड पार्षद आत्मदाह के लिए पहुंचे तो उस वक्त मीटिंग चल रही थी, लेकिन एक बार भी किसी प्रशासनिक अधिकारी ने पीड़ित से मिलना मुनासिब नहीं समझा. डीएम कार्यालय पहुंची पुलिस वार्ड पार्षद को नगर थाने में एसपी से मिलवाने की बात कह कर ले गयी. वहां जाने के बाद उनको हिरासत में ले लिया गया और पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है.

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