Begusarai News : शहर में इ-रिक्शा पार्किंग के लिए बनाएं पांच-छह स्पाॅट : डीएम

Begusarai News : नगर निगम सभागार में महापौर पिंकी देवी की अध्यक्षता में सशक्त स्थाई समिति की बैठक आयोजित की गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | September 27, 2024 10:15 PM

बेगूसराय. नगर निगम सभागार में महापौर पिंकी देवी की अध्यक्षता में सशक्त स्थाई समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जिला पदाधिकारी तुषार सिंगला व सदर एसडीओ राजीव कुमार भी शामिल हुए.जिला पदाधिकारी ने स्थाई समिति सदस्यों एवं निगम पदाधिकारियों से सड़क और लाइट की व्यवस्था को लेकर जानकारी ली और कई जरूरी सुझाव भी दिया. जिला पदाधिकारी ने नगर निगम क्षेत्र में विकास योजना की राशि खर्च करने के लिए छोटे-बड़े बेहतर प्रोजेक्ट बनाने का सुझाव दिया. कहा कि राशि खर्च करेंगे, तो विभाग से और भी राशि मिलेगी. उन्होंने इंट्री रोड पर बेहतर लाइट की व्यवस्था को प्राथमिकता देने की भी बात कही. शहर में इ-रिक्शा पार्किंग के लिए पांच-छह स्पाॅट बनाने को को कहा. यातायात को बेहतर बनाने के लिए कुछ रास्ते को वन-वे बनाने की योजना बनाने की भी बात कही. जलनिकासी की वर्तमान स्थिति की भी अद्यतन जानकारी लिया और इसको लेकर कई निर्देश भी दिए. डीएम ने बताया कि बिजली के पुराने पोल को रास्ते से हटाने के लिए स्कूटिव इंजीनियर को सर्वे करने का निर्देश की भी जानकारी दी. कचरा प्रबंधन की भी विस्तृत जानकारी मांगा और इससे जुड़े कई तरह के निर्देश भी दिया. महापौर ने डीएम को बुके और पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया. स्थायी समिति की बैठक में शहर के मुख्य चौक चौराहों पर हाई मास्ट फ्लैग लगाने, शहर में क्लोक टावर का निर्माण, शहर के मुख्य स्थानों पर आइ लव यू बेगूसराय का ग्लो साइन बोर्ड लगाकर सेल्फी प्वाइंट का निर्माण, बेगूसराय बस स्टैण्ड के इंट्री प्वाइंट पर साइन बोड/सेल्फी प्वाइंट सहित अन्य मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने पर विमर्श और निर्णय लिया गया. नगर निगम चौक से नवाब चौक होते हुए कैंटीन चौराहा तक एवं बीपी स्कूल चौक से प्रमिला चौक होते हुए उमेश महतो के मार्केट तक सड़क का रीकारपेंटिंग कराने का निर्णय लिया गया. बुडको के द्वारा पूर्व में डिवाईडर सहित अन्य जगहों पर अधिष्ठापित स्ट्रीट लाईट को चालू चालू कराने का भी निर्णय लिया गया. शहर के कुछ सड़क मार्गों के नामकरण करने का भी निर्णय लिया गया. बैठक में नगर आयुक्त सत्येन्द्र कुमार सिंह, उप महापौर अनिता देवी, सशक्त स्थायी समिति की सदस्य गुलशन खातुन, विनय कुमार मिश्रा, नीलम देवी, गौरव कुमार, विपिन पासवान, अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार, नगर प्रबंधक राजीव रंजन सिंह सहित अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे.

शहर की विभूतियों की कृति को याद रखने के लिए कई मार्गों का हुआ नामकरण :

पुरानी मछरहट्टा चौक (आलोक बाबू के घर के पास) से शिवाजी चौक, मुंगेरीगंज होते हुए अम्बेदकर चौक तक पथ का नामाकरण विष्णुदेव नारायण अग्रवाल पथ करने का निर्णय लिया गया विदित हो कि विष्णुदेव नारायण अग्रवाल नगपालिका बेगूसराय के प्रथम अध्यक्ष होने के साथ ही कार्यपालक पदाधिकारी भी थे. समाजसेवी होने के साथ ही यह ओडिनरी मजिस्ट्रेट भी थे. शिक्षा के क्षेत्र में भी इनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है. गौशाला चौक से भामा शाह चौक तक पथ का नामाकरण रामदयाल मंसकरा पथ करने का निर्णय लिया गया. रामदयाल मसकरा वर्ष 1978 से 1986 तक बेगूसराय नगरपालिका के अध्यक्ष पद पर रहे.इनके कार्यकाल में ही नगरपालिका कार्यालय भवन का निर्माण हुआ. ये अत्यंत ही अनुशासन प्रिय व निडर स्वभाव के समाजसेवी थी. ये चैम्बर ऑफ कॉमर्स के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे. कर्पूरी स्थान चौक से दुर्गा मंदिर तक पथ का नामाकरण गोगराज रूंगटा पथ करने का निर्णय लिया गया.गोगराज रूंगटा व्यवसायी होने के साथ-साथ समाजसेवी भी थे.नगरपालिका बेगूसराय के मनोनीत सदस्य थे. गरीबों के कल्याण हेतु इनका दरवाजा सदैव खुला रहता था. जरूरतमंद परिवारों के दाह-संस्कार कार्य में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे.लोगों की मदद करना इनके स्वभाव व दिनचर्या में था.विष्णु चौक से दीपशिखा चौक तक पथ का नामाकरण विश्वनाथ सिंह शर्मा पथ करने का फैसला लिया गया.विश्वनाथ सिंह शर्मा समाजसेवी होने के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में इनका कार्य काफी अनुकरणीय रहा है. इन्होंने अपनी संपत्ति शिक्षा के प्रचार-प्रसार करन के साथ ही विद्यालय, कॉलेज के निर्माण के लिए प्रदान किया. उनके द्वारा जीडी .कॉलेज, को-ऑपरेटिव कॉलेज, बीएसएस कॉलेजिएट उच्च विद्यालय, बरौनी कॉलेज के स्थापना में उनका योगदान अनुकरणीय है. तेलिया पोखर चौक से लेकर नौरंगा पुल तक पथ का नामाकरण रामचंद्र पासवान पथ करने का निर्णय लिया गया. रामचंद्र पासवान अत्यंत गरीब परिवार में जन्म लेकर शिक्षा की महत्व को समझते हुए घोर आर्थिक तंगी की बीच अपनी पढ़ाई पूरी करते हुए प्रशासनिक पद को सुशोभित किया.वे समाजसेवी भी थे.वे समाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे. गुप्ता लंखमिनियां बांध से अनुभव स्मृति भवन तक पथ का नामाकरण शहीद सौरभ (सोनू) पथ करने का निर्णय लिया गया.

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