तेघड़ा से गायब युवक का शव बरामद
Dead body of youth recovered
तेघड़ा. 25 मार्च को तेघड़ा थानाक्षेत्र से गायब युवक का लगभग 90 घंटा चार दिन बाद शव बरामद किया गया. मृतक की पहचान परिजनों ने 37 वर्षीय लखिन्द्र पासवान के रूप में की है. घटना की सूचना मिलते ही मृतक परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं मृतक का पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. जानकारों के मुताबिक 29 मार्च को पीड़ित परिजनों को पता चला कि बेगूसराय सदर अस्पताल में तीन दिनों से एक पुरुष का अज्ञात शव रखा हुआ है, जिसकी पहचान नहीं हुई है. इसके बाद पीड़ित परिजन का एक सदस्य सदर अस्पताल बेगूसराय पहुंचा और शव को देखते ही पहचान गया कि यह शव लखिन्द्र का है. जिसके बाद दर्जनों की संख्या में परिजन सदर अस्पताल पहुंचे और विलाप करने लगे. इसी बीच मृतक के संबंधी उषा पासवान ने कहा कि लखिन्द्र की हत्या की गयी है. और तेघड़ा प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाते हुये मृतक परिजन ने एसपी बेगूसराय और सांसद से पूरे मामले की छानबीन कर कार्रवाई करने की मांग की है. बताते चलें की 27 मार्च को मृतक की पत्नी आरती कुमारी ने तीन दोस्तों को नामजद कर तेघड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. लोगों और पीड़ित परिजन का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद तेघड़ा थाना पुलिस ने तीनों आरोपी को हिरासत में लिया था जिसे तेघड़ा डीएसपी के हस्तक्षेप के बाद छोड़ दिया गया. जिसके बाद इस मामले को लेकर क्षेत्र के लोगों में तरह तरह की चर्चाएं है. वहीं चकिया थाना पुलिस के अनुसार 25 मार्च को देर शाम मोटरसाइकिल संख्या बीआर 09जे 7767 पर सवार युवक लखिन्द्र पासवान घायल हो गया था जिसे चकिया थाना पुलिस पवन कुमार एवं अन्य सहयोगी पुलिस द्वारा देर रात साढ़े नौ बजे बेगूसराय सदर अस्पताल मैं भर्ती कराया गया था. वहीं सदर अस्पताल डाॅ संजय कुमार ने बताया कि 25 मार्च की रात भर्ती कराया गया गंभीर रूप से घायल युवक का 26 मार्च की सुबह मौत हो गयी. जिसके बाद पुलिस के द्वारा पोस्टमार्टम के लिये कहा गया कानूनी प्रक्रिया उपरांत पोस्टमार्टम किया गया. सारी जानकारी रजिस्टर में दर्ज है. पूरे मामले में चौकाने वाली बात यह है कि युवक के गायब होने की सूचना के बाद जब उक्त युवक अपनी मोटरसाइकिल से दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है. किसी घायल के पास किसी कागजात नहीं रहने की स्थिति में मोटरसाइकिल नंबर से उसकी पहचान की जा सकती थी. बावजूद इतनी बड़ी लापरवाही का कारण किसे माना जाय. हो सकता था समय पर जानकारी मिल जाती तो युवक को उसके परिजन बचाने की कोशिश करते. तीन दिनों तक मरक्यूरी में शव अज्ञात न रखा रहता. घटना की सूचना पर मृतक परिजन से मिलने बेगूसराय सांसद सह केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, भाजपा नेता केशव शाण्डिल्य सदर अस्पताल पहुंचकर उनका ढ़ाढ़स बढ़ाया. फिलहाल पूरे मामले की बेगूसराय पुलिस गहन छानबीन में जुटी है. वहीं बेगूसराय सदर अस्पताल में मृतक के परिजन से मिलने पूर्व विधायक व भाकपा नेता अवधेश राय, तेघड़ा विधायक रामरतन सिंह, राजद जिलाध्यक्ष मोहित यादव, विकास कुमार, विजय कुमार सिंह, जुलुम सिंह सहित विभिन्न दल के नेता व तेघड़ा के समाजसेवी पहुंचे.