जलजमाव से परेशान नगरवासियों उपमुख्य पार्षद को घेर जबरन गंदे पानी में चलने को किया मजबूर

नगर परिषद कहे या नरक परिषद समझ नहीं आता सड़ांध गंदा बदबूदार जमा पानी के बीच अपना और बच्चों का जान जोखिम में डालकर रहने को विवश हजारों क्षेत्र की जनता ने आक्रोशित हो नगर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

By Prabhat Khabar News Desk | June 1, 2024 10:21 PM

बरौनी. नगर परिषद कहे या नरक परिषद समझ नहीं आता सड़ांध गंदा बदबूदार जमा पानी के बीच अपना और बच्चों का जान जोखिम में डालकर रहने को विवश हजारों क्षेत्र की जनता ने आक्रोशित हो नगर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसी दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने उक्त स्थल पर पहुंचे बरौनी नगर परिषद के उपमुख्य पार्षद नेहा कुमारी के विरोध में नारे लगाये और उपमुख्य पार्षद को गंदा पानी में चलने पर मजबूर कर दिया. आक्रोशित लोगों का कहना है कि अभी बरसात शुरू नहीं हुआ तब मोहल्ले के हालात जलजमाव के कारण बद से बदतर हैं. समझा जा सकता है कि बरसात के मौसम क्या दशा होगी. लोगों ने कहा नगर परिषद गठन के बाद लगा कि शहरीकरण होगा और विकास की गति बढ़ेगी. लेकिन हुआ ठीक उल्टा और पंचायत व्यवस्था से भी बदतर हालत हैं. जनता परेशान है और कार्यपालक पदाधिकारी, चैयरमैन एवं डिप्टी चेयरमैन मालामाल हो रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा बरौनी नगर परिषद गठन के बाद क्षेत्र का विकास तो नहीं हुआ लेकिन इन भ्रष्टाचारियों का विकास जरूर हुआ. जनता सबका जबाब लेगी, सूद सहित हिसाब लेगी. वहीं गंदा पानी में उपमुख्य पार्षद को चलाने के दौरान जनता मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे. आते जाते लोग उपमुख्य पार्षद से पूछ रहे थे अच्छा लग रहा है इसी के लिये वोट देकर जिताये थे. बताते चलें की इस भीषण गर्मी के कारण सरकार एवं जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर कहा है सभी गंदगी युक्त आबादी वाले इलाके की समुचित साफ सफाई कर ब्लीचिंग छिड़काव करें ताकि डायरी एवं अन्य संक्रामक बीमारी से बचा जा सके ऐसे में इस क्षेत्र की जनता जान जोखिम में डालकर इस सड़ाध पानी से होकर प्रतिदिन गुजरते हैं और रहते हैं. बावजूद इनकी सुधि लेने वाले कोई नहीं है. वहीं उक्त स्थल पर मौजूद उपमुख्य पार्षद नेहा कुमारी ने कहा कि जलजमाव की समस्या से जल्द क्षेत्र के लोगों को निजात मिलेगा. आवश्यक पहल की जा रही है. इसी दौरान वार्ड पार्षद अस्मिता कुमारी, वार्ड पार्षद पंकज गुप्ता एवं वार्ड पार्षद मुस्तरी खातून ने कहा गुंगी बहरी नगर कार्यालय, उसमें लाखों-लाख खर्च कर आरामतलबी एसी कमरे में बैठने वाले कार्यपालक पदाधिकारी, चैयरमैन को कई बार क्षेत्र के लोगों की इस ज्वलंत समस्या से अवगत कराया लेकिन निजात के नाम पर खानापूर्ति के आलावा कुछ नहीं किया गया.

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