उपनगर आयुक्त मामले में आयी जांच रिपोर्ट, दो दिनों के अंदर कार्रवाई करने का निर्देश

नगर निगम महापौर पिंकी देवी ने नगर आयुक्त नगर निगम बेगूसराय को नगर निगम प्रशासन द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच समिति के द्वारा उपनगर आयुक्त पर लगे आरोपों की जांच के बाद प्राप्त प्रतिवेदन के आलोक में दो दिनों के अंदर आवश्यक कार्रवाई करने के संबंध में निर्देशित किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 17, 2024 9:49 PM

बेगूसराय. नगर निगम महापौर पिंकी देवी ने नगर आयुक्त नगर निगम बेगूसराय को नगर निगम प्रशासन द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच समिति के द्वारा उपनगर आयुक्त पर लगे आरोपों की जांच के बाद प्राप्त प्रतिवेदन के आलोक में दो दिनों के अंदर आवश्यक कार्रवाई करने के संबंध में निर्देशित किया है. महापौर ने कहा कि समाचार माध्यमों से प्राप्त जानकारी एवं प्रो विजय कुमार राय ग्राम मनुआ, जिला-हाजीपुर द्वारा दूरभाष पर दी गयी जानकारी के आलोक में नगर आयुक्त द्वारा गठित त्रिसदस्यीय जांच समिति से वीडियो फुटेज एव उप नगर आयुक्त के प्रेम प्रसंग तथा कार्य-कलाप के संदर्भ में जांच करायी गयी है.जाच समिति द्वारा दिनाक 14 अगस्त को जांच प्रतिवेदन नगर आयुक्त को समर्पित किया गया है. संलग्न जांच प्रतिवेदन के आलोक में अग्रेतर विधि-सम्मत कार्रवाई दो दिनों के अंदर सुनिश्चित करना चाहेगे.विदित हो कि नगर आयुक्त नगर निगम बेगूसराय को पत्र के माध्यम से हाजीपुर सदर थाना निवासी अरुण कुमार निराला ने उप नगर आयुक्त शिवशक्ति कुमार पर अपनी भतीजी का अपहण कर लेने जैसे अपराधिक कृत्य करने का आरोप लगाया है.हाजीपुर निवासी अरुण कुमार निराला ने बताया कि शिव शक्ति कुमार (उप नगर आयुक्त) के इस कृत्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है.शिव शक्ति कुमार के विरुद्ध बिहार सरकारी सेवक संहिता के सुसंगत धाराओं के अनुरूप कार्यवाही करने का नगर आयुक्त से अपील किया.पीड़ित ने बताया शिवशक्ति कुमार (उप नगर आयुक्त) नगर निगम बेगूसराय, पिता दिवंगत रामाशंकर राय ग्राम – मनुओं, वैशाली बिहार के निवासी हैं जो कि रिश्ते में मेरा चचेरा भाई लगता है.शिवशक्ति कुमार के द्वारा व्यक्तिगत द्वेष से वशीभूत होकर मेरे परिवार की सामाजिक प्रतिष्ठा को धूमिल करने के उद्देश्य से मेरी भतीजी तथा जो कि रिश्ते में शिवशक्ति कुमार की भी भतीजी ही लगेगी.जिसे दिनांक 12 अगस्त को अहले सुबह घर से जबरन अपहरण कर उसे नगर निगम कार्यालय (बेगूसराय) मे ले आया. जब हमलोग उसकी खोज करते हुए रात्रि में बेगूसराय पहुंचे तो स्थानीय लोगों के माध्यम से सोशल मीडिया पर जारी एक विडियो क्लिप की जानकारी दी गयी. जिसे नगर निगम कार्यालय बेगूसराय के कक्ष में रिकॉर्ड किया गया है. तथा जिसमे अपह्वता से जबरन बयान दिलवाया गया है.उक्त वीडियो को मोबाईल फोन से रिकॉर्ड कर उसे प्रतिष्ठा हनन के उद्देश्य से मीडिया में प्रसारित किया गया. शिवशक्ति कुमार (उप नगर आयुक्त) नगर निगम बेगूसराय द्वारा किया गया उपरोक्त कृत्य न केवल भौतिक और सामाजिक रूप से बल्कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी एक अपराधिक कृत्य है.उपरोक्त कृत्य सरकारी कार्यालय एवं पद के दुरुपयोग का भी सूचक है जो कि बिहार के सरकारी सेवक के आचरण के प्रतिकूल कृत्य है.पीड़ित ने इस संबंध में जिला पदाधिकारी बेगूसराय,पुलिस अधीक्षक, बेगूसराय, प्रधान सचिव नगर विकास एवं आवास विभाग बिहार, सरकार एवं मंत्री नगर विकास एवं आवास विभाग, बिहार सकार, महापौर नगर निगम बेगूसराय को भी पत्र प्रेषित कर शिवशक्ति कुमार पर विधिसम्मत कार्रवाई करने का आग्रह किया है.

उपनगर आयुक्त ने पद व कार्यालय परिसर का किया है दुरुपयोग :

निगम प्रशासन द्वारा गठित तीन सदस्यीय जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि पूछताछ एवं कार्यालय कक्षों के निरीक्षण से वीडियो कार्यालय के किस कक्ष में बनाया गया या कहां बनाया गया है, इस बात की पुष्टि नहीं हो पाती है. तीन सदस्यीय जांच टीम में शामिल अफजल हुसैन पार्षद वार्ड संख्या-44, संजय कुमार पासवान पार्षद वार्ड संख्या-32 तथा रामविकास सिंह पार्षद वार्ड संख्या-13 के द्वारा की गयी जांच रिपोर्ट में अन्य तथ्यों के साथ साथ बताया गया है कि कार्यालय कर्मी से पूछताछ के अनुसार वीडियो में दिख रही लड़की एक व्यक्ति के साथ बेगूसराय नगर निगम कार्यालय में 12 अगस्त 24 को 02:30 बजे अपराह्न के आस-पास आयी थी. पोर्टिको के पास थोड़ी देर रुकने के बाद लड़की के द्वारा उप नगर आयुक्त के कार्यालय कक्ष के बारे में परिचारी से जानकारी ली गयी तत्पश्चात् लड़की प्रथम तल अवस्थित उप नगर आयुक्त कक्ष के पास पहुंची और अपना नाम कौशिकी बताते हुए परिचारी से कक्ष के अंदर जाने देने का आग्रह किया. परिचारी के द्वारा रोकने पर उप नगर आयुक्त के द्वारा आने देने को कहा गया.साथ ही परिचारी को उप नगर आयुक्त के द्वारा हिदायत दी गयी कि अभी किसी को अंदर आने नहीं देना है. अपराह्न 03:45 बजे के आस-पास नीचे इंतजार कर रहा व्यक्ति उपर जाता है और तीनों कार्यालय से साथ-साथ निकल जाते हैं.सहायक लोक स्वच्छता एवं प्रबंधन पदाधिकारी द्वय को लड़की का लगेज उपर कक्ष में रखवाने का निर्देश देते हुए हडूताली चौक के पास दोनों सहायक लोक स्वच्छता एवं प्रबंधन पदाधिकारी को उप नगर आयुक्त के द्वारा बुलाया जाता है. वहां पहुंचने पर उप नगर आयुक्त के द्वारा अपने सहयोगी से मीडियाकर्मी को फोन लगाने के लिए कहा जाता है. मीडियाकर्मी को उप नगर आयुक्त अपने सहयोगी के मोबाइल से ही प्रेम प्रसंग की जानकारी देते हैं.तीन सदस्यों वाली जांच टीम ने अन्य तथ्यों के साथ साथ इस बात को सही बताया है कि वीडियो बनाने में उप नगर आयुक्त की सिर्फ स्वीकृति ही नहीं है वरन उप नगर आयुक्त के द्वारा लड़की को वीडियो में बयान देने के लिए प्रेरित / दबाव भी परिलक्षित होता है. मात्र 19 सेकेण्ड के वीडियो के आखरी में ठीक है कहकर उप नगर आयुक्त वीडियो रुकवा देते हैं.वीडियो में लड़की असहज प्रतीत होती है.यह पुलिस अनुसंधान का विषय है कि लड़की स्वयं नगर निगम कार्यालय आयी थी अथवा उसे बहला फुसलाकर लाया गया था.जांच के क्रम में यह स्पष्ट हो गया है कि उप नगर आयुक्त के द्वारा अपने पद एवं कार्यालय परिसर का दुरूपयोग किया गया है. जांच के क्रम में पता चला कि उप नगर आयुक्त नियंत्री पदाधिकारी से अवकाश स्वीकृत कराये बगैर बिना सूचना मुख्यालय से अनुपस्थित हैं. पूछताछ के क्रम में यह भी पता चला कि उप नगर आयुक्त का व्यवहार कर्मियों के साथ अव्यवहारिक रहता है.

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