अपने पैमाने पर शत-प्रतिशत खरा उतरेंगे जिला और आकांक्षी प्रखंड : डीएम

कारगिल भवन में नीति आयोग के संपूर्णता अभियान की शुरुआत की गयी. जिसका विधिवत उद्घाटन डीएम रोशन कुशवाहा ने दीप प्रज्वलित कर किया.

By Prabhat Khabar News Desk | July 6, 2024 8:33 PM

बेगूसराय. कारगिल भवन में नीति आयोग के संपूर्णता अभियान की शुरुआत की गयी. जिसका विधिवत उद्घाटन डीएम रोशन कुशवाहा ने दीप प्रज्वलित कर किया. इसके बाद जिला पदाधिकारी को योजना अधिकारी, डीडीसी को स्वास्थ्य प्रबंधक और नीति आयोग के अधिकारी को पिरामल के दीपक मिश्रा द्वारा शॉल और प्रतीक चिन्ह दे कर सम्मानित किया. जिला अधिकारी ने कार्यक्रम के दौरान बताया कि 4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य एडीपी, एबीपी जिलों और ब्लॉकों में 7 चिन्हित संकेतकों में परिपूर्णता हासिल करना है. हमारा जिला और आकांक्षी प्रखंड शत-प्रतिशत इन पैमाने पे खड़े उतरेंगे. इसके लिये हमें सभी विभागों से समन्वय बना के पंचायत स्तर पर ग्राम सभा और चौपाल कर स्वास्थ्य पंचायत बनाते हुए इन सूचनांक को बेहतर बनाना है. डीडीसी सोमेश बहादुर माथुर ने बताया कि नीति आयोग 4 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक 3 महीने का संपूर्णता अभियान आरंभ कर रहा है. जिसका उद्देश्य देश भर के आकांक्षी जिलों में 7 प्रमुख संकेतकों और आकांक्षी ब्लॉकों में 6 प्रमुख संकेतकों की परिपूर्णता अर्जित करने के लिए निरंतर प्रयास करना है. संपूर्णता अभियान का उद्देश्य आकांक्षी जिला कार्यक्रम और आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के तहत 112 आकांक्षी जिलों और 500 आकांक्षी ब्लॉकों में चिन्हित 6 संकेतकों में से प्रत्येक में परिपूर्णता हासिल करना है. आकांक्षी प्रखंड तेघरा, मंसूरचक, भगवानपुर, शाम्हो के प्रखंड विकास पदाधिकारी ने अपने प्रखंड में चल रहे संपूर्णता अभियान का विवरण दिया. सभी ब्लॉक में 8 तारीख को विधिवत उद्घाटन होगा इसकी जानकारी दी गयी. इस मौके पर नीति आयोग के सचिव प्रसून कुमार, पिरामल फॉउंडेशन के गोपाल कृष्ण चौधरी, डॉ संजय, कार्यक्रम प्रबंधक नसीम रिजवी समेत अन्य मौजूद थे. आकांक्षी प्रखंडों में छह चिह्नित केपीआइ पर ध्यान केंद्रित करेगा

पहली त्रैमासिक अवधि के दौरान प्रसवपूर्व देखभाल (एएनसी) के लिये पंजीकृत गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत ब्लॉक में लक्षित जनसंख्या के मुकाबले मधुमेह की जांच कराने का लक्ष्य रखा गया. लक्षित जनसंख्या के मुकाबले उच्च रक्तचाप के लिये जांचे गये व्यक्तियों का प्रतिशत आईसीडीएस कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित रूप से पूरक पोषण लेने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रतिशत मृदा नमूना संग्रहण करने का लक्ष्य रखा गया.

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