बेगूसराय. गुरुवार को डीडीसी कार्यालय परिसर में दर्जनों जिला परिषद क्षेत्राधीन में नियुक्त शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों के मृत्योपरांत मृतक के आश्रितों ने थक हारकर धरना-प्रदर्शन किया. धरना पर बैठे मृत्यु शिक्षक के आश्रितों का यह कहना है कि पिछले दो बार जिला परिषद क्षेत्र में मृतक के आश्रित परिवार को काउंसलिंग करने के बाद नियुक्ति पत्र बांटने के लिये डीडीसी के द्वारा पत्र निकाला गया है. फिर पत्र निकालने के बाद उस पत्र को किसी कारण अपरिहार्य कारण लिखकर तत्काल फिर उसे स्थापित कर दिया गया. इस बार भी डीडीसी के द्वारा 3 जुलाई 2024 को काउंसलिंग में उपस्थित होने के लिये पत्र निकला गया था. जब हमलोग सभी उनके कार्यालय में 5 अगस्त को ससमय काउंसलिंग में भाग लेने के लिये पहुंचे थे. बिना काउंसलिंग काराये हमलोगों को लौटा दिया गया. 19 जुलाई को डीडीसी अपरिहार्य कारण से फिर स्थापित करने का पत्र बैक डेट वाला पत्र को 6 अगस्त को जिला परिषद कार्यालय के दीवाल पर सटवा दिए. धरनार्थियों ने बताया कि आखिर डीडीसी साहब हमलोगों के साथ इतने दिनों से सौतेलापन व्यवहार क्यों कर रहे हैं. उन्हें जब शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगवाना है तो यह उनकी जिम्मेदारी बनती है. पिछले वो एक वर्ष एक माह से डीडीसी के कुर्सी पर है, फिर क्यों नहीं शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन अभीतक मंगवाए. हमलोगों में से किसी के पिता तो किसी के पति की मृत्यु हो गयी. पिछले 4 से 5 वर्षों से हमलोग सभी परेशान हैं. डीडीसी की अनुपस्थिति में उप मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार यादव ने मृतक के आश्रितों की शिकायत सुनी.
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