1 करोड़ 20 लाख की राशि की लागत से शहर में शुरू हुआ ड्रेनेज सिस्टम का कार्य
शहर के कई क्षेत्रों में वर्षों से जलजमाव की समस्या से लोगों को निजात मिलने की उम्मीद जग गयी है.
बेगूसराय.
शहर के कई क्षेत्रों में वर्षों से जलजमाव की समस्या से लोगों को निजात मिलने की उम्मीद जग गयी है. नगर निगम महापौर व जिला प्रशासन द्वारा चलाये गये प्रयासों के बाद एनएचएआइ द्वारा शहर में बने हुए नाला के लेबल के अनुपात में 767 मीटर लंबे ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण कार्य शुरु हो गया है. लगभग एक करोड़ 20 लाख की राशि की लागत से उक्त नए ड्रेनेज सिस्टम को बनाया जा रहा है. पूर्व के वर्षों में नगर परिषद बेगूसराय के समय में एनएच 31 के बगल में मुख्य नाला का निर्माण कराया गया गया था. जिनमें शहर के बड़े हिस्से के सहायक नाला जुड़े हुए थे. बनाये गये मुख्य नाला काफी पुराना होने के बाद जर्जर होकर ढह गयी थी. हालांकि पूर्व का नाला भी तकनीकी रूप से बेहतर नहीं थी. शहर के सहायक नालों के लेबल के अनुपात में मुख्य नाला के लेबल नहीं था. जिसके कारण मुख्य नाला होने के बावजूद भी शहर के गंदे जल निकासी का बहाव अवरुद्ध रहता था. जिससे जलनिकासी की समस्या बनी हुई थी.नये ड्रेनेज से एनएच-31 से दक्षिण क्षेत्र के लोग होंगे लाभान्वित :
बस स्टैंड के पास से लेकर लगभग मीरा नर्सिंग होम तक बनाया जायेगा. जलनिकासी के लिए बन रहे नये नाले ड्रेनेज सिस्टम का इस्तेमाल एनएच 31 के पानी की निकासी के लिए तो होगी. इसके साथ ही शहर के दक्षिणी हिस्से का स्टेशन रोड नाला, पावर हाउस नाला, मीरगंज, विश्वनाथ नगर, काॅलेजिएट स्कूल रोड का नाला आदि को इस ड्रेनेज सिस्टम के माध्यम से जेल गेट तक पहुंचाया जायेगा. नये ट्रेनेज सिस्टम को बनाने के लिए नगर निगम के पुराने नाले को पूरी तरह से तोड़ने में ठेकेदार को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. पुराने नाला को तोड़कर भर दिया जायेगा. साथ ही उसके ऊपर सर्विस लेन बनाया जायेगा. उसके बगल में उक्त नाला का निर्माण होगा. नाला के प्रत्येक 25 मीटर पर एक चैंबर का निर्माण होगा. 1200 डायमीटर का ह्यूम पाइप का इस्तेमाल किया जा सकता है. शहर के पश्चिम तरफ से काम भी शुरू हो गया है. नये ड्रेनेज सिस्टम में हरेक 25 मीटर पर एक-एक चैंबर बनाया जायेगा. 1200 डायमीटर का ह्यूम पाइप लगाया जा सकता है जिससे होकर शहर का गंदा पानी शहर से बाहर निकलेगा. उक्त नाला फिलहाल सायोनारा होटल से लेकर मीरा नर्सिंग होम तक ही बन सकेगा. भविष्य में फिर योजना को आगे बढ़ाया जा सकता है.शहर के उत्तर क्षेत्र की जलनिकासी की समस्या का वर्षों से नहीं हो रहा हल :
बेगूसराय नगर निगम का क्षेत्र एनएच-31 के उत्तर दिशा और एनएच-31 के दक्षिणी दिशा में फैला हुआ है. जलनिकासी की समस्या लंबे समय से एनएच-31 के उत्तरी क्षेत्र में भी बना है. उत्तरी क्षेत्र बाघा, बाघी, पनाहांस, आनंदपुर लोहियनगर आदि नगर परिषद के समय से लेकर वर्तमान नगर निगम के समय तक जलनिकासी की समस्या का दंश झेल रहा है. परंतु इस क्षेत्र में वर्षों से जलनिकासी की समस्या झेल रहे लोगों को जलजमाव से मुक्ति नहीं मिली है. नगर निगम के उत्तरी क्षेत्र लोहिया नगर के लोग जलनिकासी की समस्या से सबसे अधिक पीड़ित है. शहर में जलजमाव की समस्या बरसात के मौसम में एक आम समस्या है. परंतु शहर के सबसे बड़े कॉलोनी लोहियानगर में रहने वाले लोग स्थायी रूप से लंबे समय से जल जमाव की समस्या से ग्रसित है. जलजमाव की समस्या को लेकर लगातार सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय पार्षदों की नगर निगम प्रशासन से स्थायी हल की मांग करते रहें हैं. निगम प्रशासन द्वारा उक्त समस्या का हल चरणवद्ध अभियान चलाकर दूर करने का आश्वासन तो दिया जाता है किंतु स्थिति में बदलाव नहीं होता. संपूर्ण लोहिया नगर तीन भाग जलजमाव से ग्रसित है. पूर्वी क्षेत्र में जलजमाव स्थाई हो गयी है. जिससे समस्या विकराल होती जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है