बेगूसराय. बढ़ते साइबर क्राइम के प्रति लोगों को अलर्ट करने के लिए शासन-प्रशासन व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार कर रही है. इसके बाद भी लोग साइबर क्रिमिनल के झांसे में आ ही जाते हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को मटिहानी के पूर्व विधायक नरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ बोगो सिंह को साइबर अपराधियों ने घंटों डिजिटल अरेस्ट रखा. सूचना मिलने के बाद एसपी मनीष खुद एक्टिव हो गए और उसे एक होटल से खोज कर निकाल लिया गया. बताया जा रहा है कि सुमन सौरभ एक स्कूल के डायरेक्टर है तथा रोज 12 से 1 बजे के बीच अपने घर खाना खाने जाते थे. दोपहर में वह खाना खाने के लिए घर नहीं गए और न ही 1:00 बजे के बाद फोन रिसीव कर रहे थे. 4 घंटे तक संपर्क नहीं हुआ तो घर के लोगों ने सोचा कि किसी काम में व्यस्त होंगे. इसके बाद जब पूर्व विधायक बोगो सिंह को सूचना मिली, तो उन्होंने जानकारी एसपी को दी. उस समय पता चला कि सुमन सौरभ का अपहरण हो गया है. अपहरण की सूचना मिलते ही जिले भर में हड़कंप मच गया तथा पूरा पुलिस तंत्र लोकेशन लेकर खोजबीन करने लगा. इसके पास जब हर-हर महादेव चौक स्थित एक होटल में उसके रहने का एग्जैक्ट लोकेशन मिल गया तो एसपी मनीष, सदर डीएसपी भास्कर रंजन, नगर थानाध्यक्ष, रिफाइनरी थानाध्यक्ष सहित आसपास के थाना की पुलिस एसटीएफ, डीआइओ और बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची तथा उसे वहां से सुरक्षित नगर थाना लाकर किए गए पूछताछ में मामले का खुलासा हो गया. सदर-टू डीएसपी भास्कर रंजन ने बताया कि सुमन सौरभ को साइबर अपराधियों ने फोन करके कहा कि आप बड़े चक्कर में फंसने वाले हैं. देश भर में अलग-अलग बैंक में आपका नाम से खाता है, जिसमें गलत पैसा आ रहा है. आप तुरंत क्राइम ब्रांच से संपर्क करें. इसके बाद साइबर क्रिमिनल ने ही सुमन सौरभ को व्हाट्सएप कॉलिंग के माध्यम से एक व्यक्ति से बात करना शुरू कर दिया, जो कि पुलिस की वर्दी में था, उसने समझाया कि तुम बहुत बड़े चक्कर में फंसने वाले हो. तुरंत एक नया मोबाइल खरीदो और किसी होटल में दो दिन के लिए चले जाओ, यह बात तुम किसी से बात नहीं कहना. इसके बाद सुमन सौरभ एक मोबाइल खरीद कर हर हर महादेव चौक के समीप एक होटल पहुंचा और दो दिन के लिए कमरा बुक करवा लिया. होटल के कमरे के पहुंचते ही साइबर क्रिमिनल पुलिस की वर्दी में इससे लगातार बात कर रहे थे, तभी पुलिस की टीम वहां पहुंची और उसे सुरक्षित कब्जे में ले लिया. सुमन सौरभ के चाचा गोपाल कुमार ने बताया कि हम लोगों को शाम में ज्योंही सूचना मिली, उसे फोन करना शुरू किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं कर रहा था. इसके बाद एसपी को जानकारी देने के साथ ही अपने स्तर से भी खोजबीन शुरू किया. प्रशासन के सकारात्मक सहयोग से सुमन सुरक्षित मिल गया है. सुमन के मिलते ही परिवार के लोगों ने राहत की सांस ली. शनिवार को पूरे दिन शहर से लेकर गांव तक जिले में बढ़ रहे साइबर अपराध की चर्चाएं होती रहीं.
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