खोदावंदपुर. खोदावंदपुर कृषि विज्ञान केंद्र के द्वारा तकनीकी सप्ताह मनाकर किसानों को खेती के नवीनतम तकनीकी की जानकारी दी जा रही है. तकनीकी सप्ताह आगामी 28 सितंबर तक मनायी जायेगी. इसकी जानकारी देते हुए खोदावंदपुर कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ रामपाल ने बताया कि इस कार्यक्रम के आलोक में मंगलवार को डंडारी प्रखंड क्षेत्र के तेतरी गांव में प्राकृतिक खेती के मुद्दे पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ विपिन कुमार ने प्राकृतिक खेती के गुणों पर प्रकाश डालते हुए किसानों को प्राकृतिक खेती में किसी भी रासायनिक खाद, कीटनाशक और बाजारु बीज का प्रयोग नहीं करने की सलाह दी. उन्होंने बताया कि रासायनिक खाद व कीटनाशक के प्रयोग से लगभग 70 से 80 प्रतिशत उपज प्रभावित हो जाती है. इसके अलावे उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती में रासायनिक खाद और कीटनाशकों का इस्तेमाल कम होने से पर्यावरण पर भी इसका कम असर पड़ता है. इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र की विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ विपिन ने कहा प्राकृतिक खेती से नंदिशा ने प्राकृतिक खेती के जरिए पैदा होने वाले खाद्य पदार्थों में ज्यादा पोषण होता है, तथा इसका इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है. उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती के कारण पलायन में भी काफी कमी आ रही है.
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