लोगों के घरों में घुसा बाढ़ का पानी, कई गांवों का संपर्क टूटा

गंगा के जलस्तर में फिर हो रही वृद्धि से बाढ़ पीडि़तों की व्यथा कम नहीं हो पा रही है. घरों के चारों ओर गंगा में आयी बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 23, 2024 9:38 PM

बलिया. गंगा के जलस्तर में फिर हो रही वृद्धि से बाढ़ पीडि़तों की व्यथा कम नहीं हो पा रही है. घरों के चारों ओर गंगा में आयी बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं. कई गांवों में तो बाढ़ का पानी लोगों के दलान व घर में भी प्रवेश कर चुका है, जिससे लोगों को ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर होना पड़ रहा है. विगत चार दिनों से गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि से एक बार से बलिया के दियारा इलाके में बाढ़ का संकट गहराने लगा है. बाढ़ के कारण प्रखंड मुख्यालय से कई गांवों का संपर्क टूट गया है. दियारा की लगभग सभी सड़कों पर बाढ़ का पानी दो से तीन फुट फैला है. जिससे दियारा वासियों को आवागमन का घोर संकट उत्पन्न हो गया है. दियारा क्षेत्र के लोगों के लिये प्रखंड मुख्यालय आवागमन को लेकर नाव या दो से तीन फुट पानी में कोसों पैदल चलकर ही जाना एक मात्र साधन है. जो लोगों के लिये मुसीबत का सबब बना हुआ है. हालांकि स्थानीय सीओ के द्वारा दियारा क्षेत्र के लोगों के आवागमन को सुलभ बनाने के लिये चेचियाही ढाब एवं ताजपुर पंचायत के सैयदपुर के समीप नाव की व्यवस्था की गयी है. चेचियाही ढाब में धारा तेज रहने के कारण लोगों को पैदल पार करना भी मुहाल हो गया है. बताया जाता है कि अगस्त के प्रथम सप्ताह में गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने से अंचल क्षेत्र के दियारा इलाके में पड़ने वाली हजारों एकड़ में बुआई की गयी खरीफ की फसल तो बर्वाद हो ही चुकी है. जिससे स्थानीय पशुपालक किसानों को पशुचारा का घोर संकट उत्पन्न हो गया है. लोगों को पशुओं को खिलाने के लिये हरा चारा नहीं रहने से पशुपालक किसान अपने पशुओं को लेकर पलायन कर रहे हैं.

50 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ से है प्रभावित :

बाढ़ के कारण प्रखंड क्षेत्र के 50 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित है. प्रखंड क्षेत्र के भवानंदपुर, ताजपुर, पहाड़पुर एवं परमानंदपुर पंचायत पूरी तरह से बाढ़ प्रभावित है. जबकि भगतपुर एवं फतेहपुर पंचायत के भी कई वार्ड बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शामिल है. जहां इन दिनों बाढ़ के कारण लोगों की मुसीबतें बढ़ गयी है. किसानों के फसल बर्बाद हो गये है. पशुचारा का घोर संकट उत्पन्न हो गया है.

मुसीबत की दोहरी मार बन रही बारिश :

गुरुवार की रात से लागातार हो रही बारिश बाढ़ पीडि़तों के लिये दोहरी मुसीबत बनकर सामने आयी है. लगातार हो रही बारिश से लोगों के जलाबन भींग जाने से खाना बनाने के भी संकट आन पडा़ रहा है.

मुख्य ढाब में चलायी जा रही नाव :

बाढ़ के कारण चेचियाही ढाब एवं सैयदपुर के समीप बन रहे पुलिया के डायवर्सन में सरकारी स्तर से नाव चलाये जा रहे हैं. जिससे लोगों के द्वारा आवागमन किया जा रहा है. हालांकि परमानंदपुर पंचायत में भी सरकारी स्तर से नावों का परिचालन कराया जा रहा है.

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