बछवाड़ा. गंगा नदी के जलस्तर में एक बार फिर से वृद्धि होने के कारण दियारे क्षेत्र में चारों तरफ पानी फ़ैल गया है. जिससे आम लोगों को एक जगह से दूसरे जगह का सम्पर्क भंग हो गया. बाढ़ के कारण दियारे इलाके के लोगों में परेशानी के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की समस्या उत्पन्न हो गया है. गंगा बाया नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी होने से जहां मवेशियों के चारे को लेकर किसान को इधर उधर भटकना पड़ रहा है. वहीं रोजमर्रा की जिंदगी में भी समस्या उत्पन्न हो गया है. दियारे इलाके के निचले हिस्से में जहां खेतों में लगे फसल बर्बाद हो चुका है वहीं घर के अन्दर पानी रहने से लोगों को अपना आशियाना छोड़कर ऊंचे स्थान पर जाने को मजबूर हो चुके हैं और अपने परिवार समेत ऊंचे स्थान पर चले गये है. घर के आस पास पानी रहने के कारण हमेशा लोगो को जहरीले सांप,बिच्छू, व आवारा जानवर का खतरा बना रहता है.बताते चलें कि विगत कुछ दिनों से गंगा नदी के जलस्तर में लगातार कमी देखने को मिला था. जिससे दियारे के लोगों ने राहत की सांस ली थी. लेकिन कुछ दिन बाद ही जलस्तर में लगातार वृद्धि होने लगा. जलस्तर में वृद्धि को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया विगत पांच दिन पुर्व तक बाढ़ की पानी में कमी आ रही थी. लेकिन विगत दो दिनों से लगातार गंगा के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी के कारण पुनः पहले की स्थिति में आ गया है और बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच गया है. दियारे इलाके के सड़को पर पुर्व से ही तेज बहाव के कारण लोगों का आना जाना मुश्किल था,अब पानी बढ़ने से और भी परेशानी बढ़ गया है. जिस कारण आमलोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. दियारे इलाके में घर से लेकर विद्यालय के आसपास में पानी जमा रहने से दुर्गंध इतना बढ़ गया है कि सांस लेना भी मुश्किल लगता है. वहीं सड़क पर पानी रहने के कारण चलना खतरे को निमंत्रण देने के समान है. किसानों का कहना है कि बाढ़ के कारण खेतों में लगाए गये मिर्च,सब्जी, मकई,धान समेत लाखों रूपये की फसलें डूब चुकी है. क्षेत्र के ग्रामीण किसान बाढ़ की स्थिति को देखते हुए अपने मवेशियों के साथ ऊंचे स्थल पर जाने लगे है. दियारे क्षेत्र के मुखिया उदय राय, दादूपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि जगदीश राय उर्फ मुन्ना यादव ने बताया की बाढ़ का पानी अब दियारे वासियों के घरों के आसपास पहुंच गया है, जिस से जंगली जीव, जंतु, सांप समेत अन्य जंगली जानवरों का खतरा बढ़ गया है. राहत के नाम पर कुछ नाव दियारे क्षेत्र में उतारा गया है. सड़को पर लगभग दो फीट से ज्यादा पानी है जो काफी तेज बहाव से बह रही है, इसलिए वृद्ध, बच्चे नौजवान, महिलाए जान जोखिम में डालकर सड़क को पार करती है, पानी में डूबे सड़क को पार करना अप्रिय घटना को निमंत्रण देने जैसा है. उन्होंने बाढ़ की समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी समेत स्थानीय प्रशासन से नाव की संख्या बढ़ाने व राहत सामग्री की व्यवस्था सुचारू रूप से चालू कराने की मांग की है.
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