बेगूसराय. जिले में बुधवार को दिन में हुए झमाझम बारिश से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिल गयी. बारिश का लोगों ने जमकर आनंद लिया सप्ताह दिन से चिलचिलाती धूप व उमस से परेशान शहरवासियों को वर्षा से राहत तो मिली .किंतु शहर में कई सड़कों पर किचकिच और जलजमाव से परेशानी भी बढ़ गयी. औसत से काफी कम बर्षा होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों ने भी राहत की सांस लिया. बारिश कम होने के कारण कृषि पर भी प्रतिकूल असर पड़ गया है. खरीफ मकई और सोयाबीन आदि फसलों के लिए भी यह बारिश काफी लाभदायक होगी.एक और जहां शहरी एवं ग्रामीण दोनों ही क्षेत्रों के लिए बर्षा होने से राहत मिली है तो दूसरी और बेगूसराय शहर में बारिश से सड़कों पर किचकिच और कुछ वार्डों में जलजमाव की स्थिति पैदा हो जाने से शहर के लोगों को आवागमन में कठिनाईयों का सामना करना पड़ गया.जलजमाव की समस्या शहर में तीन दशक पुराना है.जब तक ठोस मास्टर प्लान नहीं बन जाता जलजमाव से मुक्ति मिलना मुश्किल है.
नगर निगम क्षेत्र में तीन स्तर का होता है जलजमाव :
शहर में जलजमाव की समस्या तीन प्रकार की है.पहला ऐसा सड़क मार्ग जहां सड़क का लेबल डाउन होता है. उक्त डाउन वाले क्षेत्र में वर्षा के दौरान जलजमाव हो जाता है.वर्षा रुकने के बाद दो से चार घंटे में पानी निकल जाता है. दूसरा जलजमाव नाला और सड़क दोनों ही डाउन लेबल वाले सड़क पर जलजमाव होता है. तीसरा जलजमाव स्थायी जलजमाव की समस्या है.ऐसा जलजमाव वर्षा रुकने के बाद भी दो से तीन दिनों तक बना रहता है. शहर में नये-नये मोहल्लों का तेजी से विस्तार होता रहा है.भवन बनाने के दौरान लोगों ने लापरवाही बरती. गढ्ढे में ही बहुत से मोहल्लों का निर्माण हो गया है.मकान का लेबल शहर प्रमुख ऊंचे सड़क के लेबल के अनुपात में नहीं की गयी.जिसका परिणाम है कि नाला का जाल बिछा रहने के बावजूद भी लेवलिंग समस्या के कारण लोग जलजमाव की समस्या से जूझ रहें हैं.ऐसे ही तकनीकी वजहों से बहुत से छोटे नाला का मुख्य बड़े नाला से कनेक्ट भी नहीं हो पाया है. महापौर पिंकी देवी एवं नगर आयुक्त सत्येन्द्र कुमार सिंह के द्वारा निगम क्षेत्र में जलजमाव पर प्रभावी नियंत्रण एवं नागरिक सुविधा को बहाल रखने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाये गयें हैं. एनएच 31 पर फोरलेन निर्माण के दौरान बगल में बने नगर निगम का बड़ा और मुख्य नाला की जगहों पर क्षति ग्रस्त हो गयी है.जिसके कारण भी शहर के नालों जलप्रवाह धीमी हो गयी है.फिर भी जब तक एनएचएआई द्वारा नाला का निर्माण पूरा नहीं हो जाता. जलजमाव की समस्या बनी रहेगी. निगम क्षेत्रों में बेहतर तरीके से जलनिकासी हो ताकि जलजमाव की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए महापौर द्वारा नगर विकास एवं आवास विभाग मंत्री से मास्टर प्लान वाटर स्ट्राॅम को शीघ्र धारातल पर उतारने के लिए लगातार आग्रह किया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है