बलिया में फिर से बाढ़ का खतरा, किसानों और पशुपालकों की बढ़ी चिंता

Flood Threat in Ballia: गंगा का जल स्तर स्थिर रहने से मिली राहत अब संदेह में बदल गई है. बाढ़ से खरीफ की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं, और पशुपालकों के सामने चारा संकट खड़ा हो गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 21, 2024 12:43 AM

Flood Threat in Ballia: विगत चार दिनों से गंगा का जल स्तर स्थिर है. इससे बाढ़पीड़ितों ने राहत की सांस तो ली थी, लेकिन मंगलवार से एक बार फिर से लोगों के बीच बाढ़ को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. अभी प्रखंड क्षेत्र की सभी मुख्य सड़कों से बाढ़ का पानी हटा भी नहीं था कि एक बार फिर से जल स्तर में स्थिरता से वृद्धि की उम्मीदें जगने लगी हैं. इससे पशुपालकों व किसानों की चिंता बढ़ गयी है. विगत दिनों हुई गंगा के जल स्तर में वृद्धि के बाद बलिया दियारा क्षेत्र में बुआई की गयी खरीफ की फैसलें पूरी तरह बर्बाद हो ही चुकी हैं.

Flood Threat in Ballia: पलायन को मजबूर पशुचालक

पशुपालक अपने-अपने मवेशियों को लेकर पलायन करने को मजबूर हैं. विगत दिनों गंगा के जल स्तर में लगातार हुई कमी के बाद आवागमन अभी शुरू भी नहीं हुआ था कि एक बार फिर जल स्तर में वृद्धि से लोग परेशान हैं. दूसरी और लखमिनियां-मसुदनपुर पथ पर चेचियाही ढाब में मुख्य सड़क से बाढ़ का पानी नहीं हटने से आज भी प्रखंड क्षेत्र के मिरलीपुर, मसुदनपुर, शाहपुर, शिवनगर, भवानंदपुर सहित मुंगेर जिले की कुतलूपुर पंचायत के कई गांवों के लोगों के लिए आवागमन की परेशानी बनी हुई है.

Flood Threat in Ballia: चेचियाही में पानी का कहर

चेचियाही ढाब में अब भी दो फुट पानी सड़क पर फैला हुआ है. लोगों का पैदल चलना भी दुश्वार है. बावजूद स्थानीय लोग बाइक, टेंपो सहित कई तरह के भाडे़ के वाहनों को जान जोखिम में डाल कर आर-पार कर रहे हैं. विगत दिनों जल स्तर में वृद्धि के साथ ही चेचियाही ढाब में ही बाइक अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिरने से प्रखंड क्षेत्र के भावानंदपुर पंचायत अंतर्गत शाहपुर निवासी अमरजीत ठाकुर की डूबने से मौत हो गयी थी. बावजूद लोग इससे सीख लेने को तैयार नहीं हैं. सड़क पर बने गड्ढे के कारण प्रत्येक दिन बाइक सवार एवं पैदल चलने वाले लोग पानी में गिरकर भीग जा रहे हैं, जबकि स्थानीय प्रशासन के द्वारा ढाब में अब भी नाव की व्यवस्था रखी गयी है.

इस संबंध में सीओ रवि कुमार ने बताया कि चेचियाही ढाब में लोगों को आवागमन के लिए दो नाव की व्यवस्था की गयी है. उन्होंने स्थानीय लोगों से अपील की है कि लोग जान जोखिम में डाल कर बाढ़ के पानी को नहीं पर करें. अपने वाहनों को पार करने से परहेज करें.

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