एंबुलेंसचालकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से मरीजों की सांसें अटकीं
बरौनी एंबुलेंस चालक भी अपनी मांगों को लेकर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. एम्बुलेंस चालकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से मरीजों की सांसे अटकी हुई हैं.
बीहट. बरौनी एंबुलेंस चालक भी अपनी मांगों को लेकर बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये. एम्बुलेंस चालकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से मरीजों की सांसे अटकी हुई हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों की परेशानी ज्यादा है. शहरी क्षेत्र के मरीजों को भी मुंहमांगी कीमतों पर निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है. चालकों की मानें तो जिला एंबुलेंस कर्मचारी संघ के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने की फैसला लिया है. एंबुलेंस चालकों के हड़ताल पर चले जाने से ग्रामीण इलाकों में खासकर गर्भवती महिलाएं एवं डिलीवरी मरीजों को बहुत परेशानी हो रही है. इसके अलावा इमरजेंसी सेवा सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है. पटना में चल रही वार्ता अब तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है. वहीं स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाल लिया जायेगा. वहीं संघ के जिलाध्यक्ष रामानंद कुमार ने बताया कि बरौनी प्रखंड सहित बेगूसराय सदर अस्पताल सहित अनुमंडलों में संचालित सभी 102 एंबुलेंस सेवा मंगलवार की आधी रात से बिल्कुल ठप हो गया है. मिली जानकारी के अनुसार एंबुलेंस कर्मियों का शोषण किया जा रहा है. कार्य के अनुपात में सरकार द्वारा अधिकृत न्योक्ता द्वारा उचित मानदेय नहीं दिया जाता है. उन्हें ना तो अबतक नियुक्ति पत्र मिला है और न ही परिचय पत्र. उन्हें भुगतान किए जा रहे मानदेय का पे स्लीप भी नहीं मिलता है. नाम न छापने की शर्त पर एंबुलेंसकर्मियों ने बताया कि जबसे पीडीपीएल कम्पनी एचपी सम्मान फाउंडेशन एंड पीडीपीएल कंस्टोडियन से अलग हो कर अकेले संचालन कर रही है, तब से बिना अनुमति के ही धड़ल्ले से नियुक्ति कर रही है. जिससे हमारा जीवन अधर में लटकता दिख रहा है.जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी, हड़ताल जारी रहेगा. मौके पर बरौनी पी एच पी के चालक मुकेश कुमार सिंह,मुकेश पासवान, रीतेश कुमार,चिरंजीवी महाराज, गोपाल पासवान, इएमटी मनोज कुमार, रामप्रीत कुमार, मो चांद बाबू एवं धर्मवीर कुमार सहित अन्य उपस्थित थे. वहीं नावकोठी संवाददाता के अनुसार जिला एंबुलेंस चालक संघ के आह्वान पर पीएचसी में मौजूद एंबुलेंस कर्मी बेमियादी हड़ताल पर चले गये हैं. तीन सूत्री मांगों को लेकर यह हड़ताल शुरू किया गया है. एंबुलेंस कर्मी सूरज कुमार ने बताया कि एंबुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी के द्वारा अभी तक एंबुलेंस कर्मियों को ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया गया है. तीन महीने से कर्मियों का मानदेय भुगतान नहीं हो पाया है. पीएफ बगैरह की कटौती नहीं की जा रही है. इससे आक्रोशित एंबुलेंस कर्मी ने बेमियादी हड़ताल का निर्णय लिया है. हड़ताल पर चले जाने से इमरजेंसी सेवा एवं पीएचसी में प्रसव कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है