डंडारी. प्रखंड सभागार भवन डंडारी में मंगलवार को प्रखंड स्तरीय खरीफ महोत्सव प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में प्रखंड प्रमुख तनवीर अहमद, उपप्रमुख कैलाश यादव, बीडीओ प्रशांत कुमार, सीओ राजीव कुमार, बीएओ जयशंकर सिंह, प्रखंड आत्मा अध्यक्ष जयशंकर कुमार, प्रखंड उद्यान अधिकारी शंभू कुमार, एसी स्वर्णलता कुमारी, दिलीप कुमार सिंह आदि शामिल हुए. कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया. कार्यक्रम में अधिकारियों ने कृषि क्षेत्र में किसानों के हित में सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी गई. खरीफ फसल का वैज्ञानिक पद्धति से उत्पादन बढ़ाने, आधुनिक तकनीकी का उपयोग, उन्नत प्रभेद वाले बीज, वर्मी कंपोस्ट का अनिवार्य रुप से खेतों में प्रयोग, रासायनिक उर्वरकों का कम से कम उपयोग आदि से संबंधित भी किसानों को जानकारी दी गयी. कृषि वैज्ञानिकों ने फसल में कीटाणु से बचाव के तरीकों के अलावे मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन, मशरूम व पपीते की खेती के साथ-साथ बागवानी खेती के भी गुड़ सिखाये. ताकि किसानों की आमदनी दोगुनी हो सके. प्रखंड आत्मा अध्यक्ष जयशंकर कुमार ने किसानों से मोटे अनाज की खेती करने पर बल दिया. बताया कि मध्यम और ऊंचाई वाले भूमि के लिए मड़ुआ, बाजरा, कोदो, चीना आदि की फसल सबसे उपयुक्त है. मोटे अनाज में कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन सहित अन्य महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं. इस अनाज में शुगर और कैंसर रोग से बचाव के पोषक तत्व पाये जाते हैं. यह भी बताया कि मोटे अनाज के उत्पादन पर सरकार के द्वारा प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है. कार्यक्रम में खेतों की मिट्टी जांच अनिवार्य रूप से कराने, पर्यावरण संरक्षण और जल संचयन पर भी चर्चा की गई. कार्यक्रम में प्रखंड क्षेत्र से आए सैकड़ो किसान शामिल हुए.
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