बछवाड़ा. प्रखंड कार्यालय स्थित अंबेडकर भवन में मंगलवार को हो-हंगामे के बीच पंचायत समिति की बैठक संपन्न हुई. बैठक की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख सुधाकर मेंहता ने की. बैठक के दौरान बीडीओ अभिषेक राज, सीओ प्रीतम गौतम, बीपीआरओ विश्वनाथ सिंह, सीडीपीओ संगीता कुमारी, स्वास्थ्य प्रबंधक मो इमरान, प्रखंड उप प्रमुख धर्मेंद्र कुमार यादव समेत विभिन्न विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक शुरु होते ही जन-प्रतिनिधियों ने पदाधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सवालों का बौछार कर दिया. पंसस मिथिलेश कुमार, कमल पासवान, सिकंदर कुमार समेत मुखिया अमरजीत राय, प्रभात कुमार, रामदेव सहनी, संजय दास, उदय कुमार राय ने अंचलाधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि अंचल कार्यालय में मौजूद राजस्व कर्मी आम लोगों को लूटने में लगे हैं, जमीन का दाखिल खारिज करने में बीस से चालीस हजार रुपये नजराना ले रहे हैं, राजस्वकर्मी आम लोगों से अवैध राशि उगाही कर पदाधिकारी समेत कर्मी आपस में बंदर बांट करते हैं. उन्होने कहा कि झमटिया गंगा घाट पर सरकार के द्वारा प्रतिवर्ष साठ से पैंसठ लाख रूपये की बंदोवस्ती की जाती थी. लेकिन करोना काल के बाद अंचलाधिकारी के नेतृत्व में एनएच 28 पर अवैध वसूली की जाती है. बावजूद राजस्व विभाग के द्वारा मात्र बारह से तेरह लाख रुपये ही राजस्व जमा की जाती है. जनप्रतिनिधि ने आरोप लगाते हुए कहा कि बछवाड़ा रेलवे लाइन समेत एनएच 28 के किनारे सैकड़ों की संख्या में भूमिहीन अपना झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं, लेकिन आज तक उन्हें ना तो आवास के लिए भूमि उपलब्ध कराया गया और ना ही उन्हें आवास दिया गया. जबकि रेलवे के किनारे बसे भूमिहीनो को रेलवे के द्वारा बार बार झुग्गी झोपड़ी खाली करने को लेकर नोटिस दिया जा रहा है. उन्होने बिजली विभाग पर निशाना साधते हुए कहा कि विभाग की लापरवाही के कारण इलाके के लोगों की जान जा रही है, लेकिन विभाग के द्वारा जर्जर तार पोल बदलना भी उचित नहीं समझते हैं. वही विद्युत विभाग के द्वारा बिजली बिल में गड़बड़ी होने के बावजूद बिजली बिल सुधार नहीं किया जाता है, जिस कारण पंचायत के विभिन्न सरकारी भवनों समेत आम लोगों के घरों में लाखों रूपये का बिजली बिल आ रहा है और बिजली विभाग द्वारा बिजली कनेक्शन काट दिया जाता है. उन्होंने कहा कि बिजली बिल में सुधार कर बिजली बिल जमा करने का मौका दिया जाय और बिजली कनेंक्शन काटने से पुर्व उपभोक्ता को सूचित किया जाय,बिजली कनेक्शन व मीटर लगाने के नाम पर अवैध वसूली करने वाले मानव बल,जेई समेत अन्य पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाय. वही शिक्षा विभाग व आंगनवाड़ी केन्द्र पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बछवाड़ा के विभिन्न आंगनवाड़ी की स्थिति दैनीय है. आम लोगों को पोषाहार व अन्य सुविधा से वंचित रखा जाता है, और उसके बदले में सीडीपीओ सुपरवाइजर के माध्यम से सभी आंगनवाड़ी केन्द्र से अवैध राशि ली जाती है. आज सेविका द्वारा अपने निजी भवन में आंगनवाड़ी केंद्र चला रहे हैं और अवैध उगाही करने में लगे है. जबकि विभिन्न पंचायत में आंगनवाड़ी केन्द्र के लिए भवन निर्माण है लेकिन सेविका अपने घरों में आंगनबाड़ी चलाने से पीछे नहीं हट रहे हैं. वही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिना जांच के ही अवैध राशि की उगाही को लेकर शिक्षको को आरोप लगाकर सस्पेंड कर दिया जाता है. जबकि प्रखंड कार्यालय से स्पष्टीकरण मांगे जाने पर कहते हैं हमें फुर्सत नहीं मिला पढ़ने का इसलिए जबाव नही दे सके. जब पंसस के द्वारा शिक्षा पदाधिकारी को स्थानांतरण करने की मांग की जाती है तो शिक्षा पदाधिकारी का कहना होता है हम डरते हैं जो करना है कर सकते हे. सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल जल की शिकायत करते हुए कहा कि प्रखंड के विभिन्न पंचायत में लाखों रूपये से खर्च कर नल-जल योजना का निर्माण किया गया लेकिन विभागीय पदाधिकारी व संवेदक की लापरवाही से अधिकांश नल-जल योजना तीन वर्ष बीत जाने के बाद भी चालू नहीं किया गया.जब आम लोगों समेत जनप्रतिनिधि के द्वारा पीएचइडी विभाग से शिकायत किया जाता है तो चालू करने का आश्वासन तो दिया जाता है लेकिन सिर्फ कागज पर ना कि जमीन पर.वही प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी पर कार्यालय में उपस्थित नहीं रहने, व राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन के बावजूद राशन कार्ड नहीं बनने का आरोप लगाया. पंचायत समिति की बैठक में उपस्थित पदाधिकारी ने अपना अपना बचाव करते नजर आये. प्रखंड प्रमुख, उप प्रमुख, प्रखंड विकास पदाधिकारी ने पंचायत समिति सदन में लगाए गये. सभी आरोप को लिखित सूचीबद्ध करते हुए कार्यवाही करने का अश्वासन दिया. मौके पर मुखिया राकेश कुमार, पंसस संधीर रजक, राधा देवी, प्रमीला देवी, पूनम देवी,पूजा कुमारी, उर्मिला देवी समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है