गर्म हवा से लू के कारण लोगों का घर से निकलना हुआ मुश्किल, पारा पहुंचा 43 डिग्री के पार

दिनोंदिन तापमान में वृद्धि होती ही जा रही है. पारा 43 डिग्री के पार हो गया है. गर्मी अपने चरम पर होने का कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है

By Prabhat Khabar News Desk | April 30, 2024 9:48 PM

बेगूसराय/डंडारी. दिनोंदिन तापमान में वृद्धि होती ही जा रही है. पारा 43 डिग्री के पार हो गया है. गर्मी अपने चरम पर होने का कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. सूरज पूरा दिन अपनी तपिश की ज्वाला बिखरने से कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं. फलस्वरूप लोगों से लेकर पशु-पक्षियों तक को चिलचिलाती धूप में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है. जबकि जेठ की दोपहरिया अभी बांकी ही है. तेज गर्म भरी पछुआ हवा ने लोगों को हलकान कर दिया है. चल रही गर्म हवा से लू का खतरा भी काफी बढ़ गया है. लोग घर व दफ्तर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. मंगलवार को भी गर्म व तेज पछुआ हवा के थपेड़ों ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है. शहर के लोग पंखा व कुलर का सहारा लेने को विवश हैं. लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के लोग पीपल और बरगद के पेड़ के नीचे समय गुजारने को विवश हैं. गर्मी के चलते चौक-चौराहों पर गन्ने की रस, छाछ व शीतल पेय जल की दुकानें खूब चल रही हैं. भीषण गर्मी का असर खासकर बच्चों व बुजुर्गो के स्वास्थ्य पर भी असर दिखाना शुरू कर दिया है. फलस्वरूप सभी को बीमार पड़ने का खतरा सताने लगा है. भीषण गर्मी में खासकर दोपहर को सड़कों पर पर कर्फ्यू सा नजारा देखने को मिल रहा है. मनुष्य के अलावे पशु-पक्षी भी भीषण गर्मी से बेहाल हैं. सभी के जुबान पर बस एक ही चर्चा है कि आखिरकार गर्मी से कैसे छूटकारा मिले. वहीं जीडी कॉलेज महाविद्यालय,बेगूसराय के राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवको के द्वारा अनूठा पहल करते हुए कोर कमिटी के मेंबर के द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के पार्क में इस भीषण गर्मी में चिड़िया रानी के पीने हेतु पानी पीने की व्यवस्था की गयी. राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम पदाधिकारी सह सेहत केंद्र की नोडल ऑफिसर डॉ सहर अफ़रोज़ ने कहा कि पशु-पक्षी हमारे पर्यावरण के अभिन्न अंग हैं. इनकी देख-रेख की जिम्मेदारी व सुरक्षा करना हमारा नैतिक दायित्व है. ऐसे में हम सभी को आगे आकर अपने आस-पास पशु पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करना चाहिए. सेहत केंद्र प्रमुख सुमित कुमार ने कहा कि इस भीषण गर्मी में लोग तो इधर-उधर जा के अपनी प्यास को बुझा सकते है लेकिन बेजुबान जानवर आखिर कहां जायेगे, उनके लिए हम सभी को व्यवस्था करना पड़ेगा. सुमित कुमार ने मार्मिक अपील करते हुए निवेदन किया कि घरों के बाहर कोई पात्र में पानी भरकर रखें जिससे मवेशी व परिंदे पानी देखकर पानी पी कर अपनी प्यास बुझा सकें. साथ ही साथ चिड़िया रानी के लिए छत पर छायादार जगह बनाकर वहां पानी व अनाज रखें. पियर एडुकेटर नीतीश कुमार व विक्की कुमार ने बताया हम सभी स्वयंसेवक ने मिलकर जी.डी कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना पार्क में चिड़िया रानी के पीने हेतु पानी की व्यवस्था किये है ताकि ये बेजुबान जानवर इस भीषण गर्मी में अपनी प्यास बुझा सकें. स्वयंसेवक रेशमा खातून व अजित कुमार ने जिस तरह से हमलोगों के लिए जगह-जगह प्याऊ की व्यवस्था की गयी है ठीक वैसे ही पक्षियों के लिए भी प्याऊ की व्यवस्था करें ताकि उन्हें भी गर्मी में साफ और ठंडा पानी मिल सके क्योंकि भोजन तो जानवरों को कोई भी खिला देता है लेकिन साफ पानी न मिलने से उन्हें गर्मी में ज्यादा तकलीफ होती है. स्वयंसेवक निधि कश्यप,मुस्कान व न्याया ने बताया कि सहयोग कर रहे स्वयंसेवक सुमित कुमार, विक्की कुमार, नीतीश कुमार,मनीषा कुमारी, इरशाद, डॉ सहर अफ़रोज़, रेशमा व अजित के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी के सहयोग के कारण ही हमलोग बेजुबान जानवर के लिए कुछ बेहतर कर पा रहे हैं. कार्यक्रम के दौरान नीतीश कुमार, सुमित कुमार, रेशमा खातून,विक्की, न्यासा, मुस्कान, निधि कश्यप, अंकित कुमार, माजदा, साइमा सहित अन्य मौजूद थे.

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