लू के थपेड़ों से जनजीवन प्रभावित, पारा पहुंचा 43 डिग्री पर
गर्मी और तपिश की स्थिति ऐसी है कि धरती और आसमान दोनों तप रहे हैं. दोपहर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया
बीहट. गर्मी और तपिश की स्थिति ऐसी है कि धरती और आसमान दोनों तप रहे हैं. दोपहर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया. साथ ही तेज रफ्तार से बह रही पछुआ हवा कोढ़ में खाज का काम कर रही है. लू के थपेड़ों से पूरा जनमानस त्राहिमाम कर रहा है. बाहर की कौन कहे घरों में भी लोग परेशान हो रहे है. अप्रैल माह में जब गर्मी की स्थिति ऐसी है तो फिर मई और जून में स्थिति कैसी होगी इसकी कल्पना मात्र से लोग परेशान हो रहे हैं. सुबह में भी घर से निकलने में काफी परेशानी हो रही है. दस बजते-बजते बीहट जैसा भीड़ वाला बाजार सूना हो जाता है,बांकी सभी जगहों की स्थिति ऐसी ही है.इस वर्ष तापमान ने करवट बदला है और अप्रैल में ही गर्मी चरम पर पहुंच गयी है. 15-20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पूरे दिन पछुआ हवा बह रही है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.बार-बार पानी पीने को लोग मजबूर हो रहे हैं.अन्यथा लोगों का कहना है कि पेट खाली रहने पर लू लगने की अधिक संभावनाएं रहती है. प्रचंड गर्मी के कारण लस्ली व अन्य ठंडा पेय पदार्थों की मांग बाढ़ गयी है.जगह-जगह लस्सी आदि की दुकानें सज गयी हैं.वहीं अधिकांश दुकानदार अपने दुकान में अन्य सामान के अलावा ठंडे पेयजल की सीलबंद बोतलों का काफी भंडार इकट्ठा कर लिया है.ताकि लोगों की जरूरत को पूरा किया जा सके. वहीं नगर परिषद बीहट के द्वारा कहीं भी ठंडा पेयजल की व्यवस्था नहीं किया गया है.लोगों की माने तो नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत हर चौक-चौराहा पर खास करके जीरोमाइल गोलबंर, बीहट चांदनी चौक, मल्हीपुर चौक, चकिया, शक्र चौक, राजेन्द्र पुल सहित अन्य जगहों पर अविलंब सुविधा शुरू किया जाना चाहिए.इसके अलावा काफी संख्या में मिट्टी के घड़े एवं सुराही बिक रहे हैं.जगह-जगह सत्तु व बेल के शरबत की दुकानें लगी हुई है. बेतहाशा गर्मी के कारण फ्रिज,एसी एवं कूलर की हर जगह डिमांड बढ़ गयी है.इन दुकानों में काफी संख्या में लोग पहुंचकर एसी,फ्रिज व कूलर की खारीदारी कर रहे हैं.वहीं गर्मी के कारण मच्छर गायब हो गये हैं. वहीं बेतहाशा गर्मी के कारण सब्जियों एवं फलों के दाम आसमान छू रहे है जो सामान्य लोगों की पहुंच से बाहर है.लोग चाहकर भी खरीद नहीं पा रहे हैं.वहीं लग्न का मौसम चल रहा है जिसके कारण भी लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है. अधिक तापमान के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है. गर्मी के कारण सर्दी,जुकाम व बुखार की स्थिति हो सकती है.वहीं दस्त की भी स्थिति बन सकती है. इसे लेकर डा संगीता राजन ने बताया कि गर्मी को देखते हुए पूरे बदन को कपड़े से ढंक कर रखना चाहिये. डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए अधिक से अधिक पानी पीने की जरूरत है. बिना कारण धूप में ना निकलें. मौसमी फल खरबूज, डाभ, खीरा, नींबू पानी, ककड़ी का सेवन करना लाभदायक है. शरीर में पानी की कमी न होने दें.
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