बेगूसराय. बिहार के बेगूसराय में नकली डीएसपी बनकर रील्स ( Reels ) बनाना एक युवक को महंगा पड़ गया. निजी गाड़ी में पदनाम का नेम प्लेट और साइरन लाइट लगाकर खींचा गया युवक का फोटो जैसे ही वायरल हुआ, वैसे ही साइबर थाने की पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया. अब युवक के ऊपर कार्रवाई की जा रही है. बताया जाता है कि थाने में मामला दर्ज होने की सूचना मिलते ही युवक फरार हो गया है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. दर्ज एफआईआर के अनुसार पुलिस को एक वीडियो मिली जिसमें काले रंग की एक स्कॉर्पियो पर पुलिस की लाइट, डीएसपी लिखा साइन बोर्ड और स्टीकर लगा हुआ पाया गया, जबकि वो गाड़ी किसी सरकारी सेवक की नहीं है.
रील्स के चक्कर में मामला दर्ज
सोशल साइट पर एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है. तस्वीर में एक काले रंग की स्कॉर्पियो के सामने युवक खड़ा है. गाड़ी पर डीएसपी के पदनाम का बोर्ड है. पुलिस की लाइट व स्टीकर चिपका हुआ है. तस्वीर में युवक खुद को डीएसपी बताने की कोशिश करता दिख रहा है. रील्स के वायरल होने के बाद साइबर थाने की पुलिस अधिकारी अंजलि कुमारी ने इस तस्वीर की जांच की. वीडियो में दिख रही गाड़ी का सत्यापन करने पर वाहन रिफाइनरी सहायक थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर दस मोसादपुर तिलरथ के रहने वाले चंद्रदेव महतो के पुत्र नारायण महतो का निकला. पुलिस द्वारा उक्त पते का सत्यापन किया गया तो नारायण महतो ने बताया कि उनके घर में कोई सरकारी सेवक नहीं है. उन्होंने स्वीकार किया कि उनका बेटा कर्ण कुमार सोशल मिडिया पर वीडियो बना कर डालता है. पिता के द्वारा यह भी बताया गया कि उनके बेटे ने डीएसपी के बोर्ड का इस्तेमाल किया है, वहीं आरोपी कर्ण कुमार ने बताया कि वो अभी बाहर है.
Also Read: बिहार में अपनी पारंपरिक सीटों से भी बेदखल हो गयी कांग्रेस, जानें कन्हैया के साथ क्या हुआ खेला
आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज
इस मामले में पुलिस ने लोक सेवक के रूप में डीएसपी पद को धारण करना तथा आम जनता को भ्रमित करना एक अपराध है, जिसके तहत कर्ण कुमार के खिलाफ आईपीसी की धारा 170/419 और आईपीसी की धारा 66 D आइटी एक्ट के तहत साइबर थाना बेगूसराय में मामला दर्ज किया है. वहीं पुलिस आगे की कारवाई मे जुट गयीं है .इस मामले मे बेगूसराय के एसपी मनीष ने बताया कि इस मामले मे 420 सहित अन्य सुसंगत धारा में कार्रवाई हो रही है. बेगूसराय के एसपी मनीष कुमार ने बताया कि इस मामले मे 420 सहित अन्य सुसंगत धारा में साइबर थाना में मामला दर्ज किया गया है, जिसकी जांच चल रही है. वहीं आरोपी को नोटिस जारी किया गया है. वो गलत तरीके से खुद को डीएसपी बता रहा है जो सच नहीं है, मामले की अभी जांच की जा रही है.