पंचायत समिति की बैठक में मनरेगा, आंगनबाड़ी व बिजली के छाये रहे मुद्दे
प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में सोमवार को प्रखंड पंचायत समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता प्रमुख जलस देवी ने की.
मंसूरचक.
प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में सोमवार को प्रखंड पंचायत समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता प्रमुख जलस देवी ने की. बैठक में 15वीं वित्त और षष्टम वित्त आयोग पर चर्चा हुई. बैठक की शुरुआत में ही सभी मुखिया ने एक स्वर से कार्यप्रणाली पर मनमानीपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर ऐसी हालत रही तो हम सभी मुखिया अपने पद से इस्तीफा सरकार को सौंपने का काम करेंगे. बैठक में सीओ को नहीं देख सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की. समसा- दो पंचायत की पंचायत समिति क्षेत्र संख्या 10 की सदस्य पार्वती देवी ने मनरेगा योजना पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि प्रशासनिक स्वीकृति पर कमीशन की मांग की जाती है. समसा दो पंचायत के मुखिया सह मुखिया प्रखंड संघ के अध्यक्ष मोहम्मद इजहार अंसारी ने कहा कि मनरेगा के वेंडर सामग्री उपलब्ध नहीं करता है. जिसके कारण से कोई भी योजना सही रूप से नहीं चल पा रहा है. सिर्फ पौधारोपण पर मनरेगा के अधिकारियों के द्वारा ध्यान दिया जा रहा है, शेष कार्य हो या नहीं, उससे मनरेगा के पदाधिकारी, कर्मी को कोई वास्ता ही नही रह गया हैं. उन्होंने कार्यपालक पदाधिकारी सह बीडीओ सुभाष कुमार को इस पर अंकुश लगाने की बात कही. पंसस मोहम्मद शमशेर आलम ने कहा कि पंचायती राज के द्वारा निरीक्षण नियमावली पंचायती राज पदाधिकारी के द्वारा निरीक्षण करने की योजना बनाया गया था और प्रत्येक महीना दो-दो पंचायत का निरीक्षण करना था और उसके बाद बीडीओ को निरीक्षण रिपोर्ट सौंपनी थी. लेकिन आज तक एक भी निरीक्षण नहीं किया गया. सदस्यों ने आंगनबाड़ी केंद्रों में सेविका सहायिका के रिक्त पदों पर चयन नहीं किये जाने का भी मामला जोर-शोर से उठाया और कहा कि बाल विकास परियोजना कार्यालय अपने कार्य की में लापरवाही कर रही है. कई वार्डों में आशा की पद आज भी रिक्त हैं. समसा एक के मुखिया डॉ दिनेश कुमार राय ने कहा कि पंचायत में किसी भी तरह का काम नहीं हो पा रहा है, क्योंकि अधिकारियों का पंचायत के प्रति विकास करवाने का रवैया सही नहीं है. जिसके कारण एक भी योजना सही रूप से नहीं चल पा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि पंचायत का विकास ना हो अगर वह चाहते तो वित्तीय वर्ष बीत गया, लेकिन कोई भी कार्य नहीं शुरू हो पाया जिसका खामियाजा भुगतना पर रहा है. बहरामपुर पंचायत के मुखिया धर्मवीर सिंह कुंदन, साठा पंचायत की मुखिया नासरीन खातुन ने बिजली मुद्दा को उठाया और उन्होंने कहा कि मंसूरचक में फीडर बनने के बाद आमलोगों को उम्मीद जगी थी कि अब बिजली सुधार के रूप में और अच्छी रूप में मिलेगी. लेकिन बिजली विभाग की मनमानी के कारण बिजली सही रूप से उपभोक्ताओं को नहीं दिया जा रहा है. गणपतौल पंचायत की मुखिया हीरा कुमारी ने समिति की बैठक में मंसूरचक पुलिस पर जमकर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि मंसूरचक थाना की पुलिस बेवजह आमलोगों को परेशान करती है. उन्होंने कहा कि योजनाओं में मिट्टी कार्य के लिए अगर ट्रैक्टर चलता है तो उसे रोक कर जबरन उसे पकड़ लिया जाता है और मनमाने तरह से रुपया का डिमांड किया जाता है. उन्होंने कहा अगर इस तरह से रवैया चलती रही तो कोई भी कार्य मंसूरचक में नहीं चल पायेगा. उन्होंने कहा कि मंसूरचक पुलिस की जितनी भी निंदा की जायेगी वह कम ही होगा. बैठक में उप प्रमुख रंजीत कुमार सिंह ने सभी सदस्यों को शांत करते हुए कहा कि हम सभी जनप्रतिनिधी मिलकर विकास के मुद्दे पर एक हैं और अधिकारियों के द्वारा जो रवैया अपनाया जा रहा है उसके लिए भी एक जूट होकर प्रदर्शन करते हुए इनके खिलाफ में बढ़िया अधिकारियों के बीच मुद्दा उठाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है