मंसूरचक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नवजात की मौत, उग्र लोगों ने किया हंगामा
प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मंसूरचक में रविवार के दिन करीब सात बजे सुबह में एक नवजात शिशु की मौत हो गयी.
मंसूरचक. प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मंसूरचक में रविवार के दिन करीब सात बजे सुबह में एक नवजात शिशु की मौत हो गयी. उक्त घटना मंसूरचक पंचायत के वार्ड संख्या -8 स्थित गांछी टोला निवासी मोहम्मद मुमताज की करीब 24 वर्षीय पुत्री जरीना खातून से संबंधित हैं. मृतक नवजात शिशु की मां जरीना खातून ने बताया कि शनिवार के दिन अस्पताल में करीब तीन बजे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई. बच्चे जन्म लेने के बाद आशा दीदी, नर्स ने बच्चे का वजन किया, तो बच्चा तीन किलो एक सौ ग्राम के करीब था. बच्चे वजन के बाद डीयूटी में तैनात डाक्टर या अन्य किसी कर्मी ने बच्चे की स्वास्थ्य की जांच -पड़ताल नहीं किया. अंत में बच्चा रविवार को सुबह सात बजे के करीब बच्चे की मौत हो गयी. इतना ही नहीं बल्कि बच्चा जन्म लेते ही आशा दीदी, नर्स सहित अन्य कर्मचारियों ने कहने लगा पुत्र हुआ है. रूपया देना होगा जबरन दबाव देकर नाजायज ढ़ंग से रुपया की वसूली कर लिया. लेकिन नवजात शिशु एवं प्रसव की देखरेख सही तरीका से नही कर सका. इसका खामियाजा नवजात शिशु का जान गंवा कर भुगतना पर रहा हैं. प्रसूता जरीना खातून के पिता मो मुमताज ने बताया कि पुत्री की ससुराल भगवानपुर प्रखंड के दमदरपुर गांव से जरीना खातून को यहां लाया सुविधा के लिए क्योंकि प्रथम संतान ईसू था. अब हम कहीं के मुंह दिखाने लायक नहीं रहें. मुमताज ने कहा हमने भी कई बार डाक्टर से मिलकर नवजात शिशु का हाल चाल जानने का प्रयास किया तो डॉक्टर ने वगैर देखे ही कह दिया सब ठीक हैं स्थिर से बैठिये. नवजात शिशु की मौत के बाद स्वास्थ्य केंद्र के सभी डाक्टर, नर्स भाग निकले. आक्रोशित लोगों ने स्वास्थ्य केंद्र पर अपनी गुस्से का इजहार करते हुए डीयूटी पर तैनात डाक्टर,नर्स को निलंबित करने एवं नाजायज राशि वसूली करने वाली आशा दीदी अन्य कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग करने लगे. राजद नेता सह मंसूरचक पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अरमान कुरैसी, कांग्रेस के प्रखंड अध्यक्ष बालेश्वर महतो, बहरामपुर पंचायत के मुखिया धर्मवीर सिंह कुंदन, जदयू अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष मो गुलाम सरवर सहित अन्य ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मंसूरचक के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं डाक्टर के लापरवाही के कारण अब तक अनगिनत प्रश्व नवजात शिशु की मौत हो चुकी हैं.बावजूद अस्पताल की विधि व्यवस्था में सुधार नहीं हो पायी हैं. जो अत्यंत ही दुखद दुर्भाग्यपूर्ण बातें हैं. उक्त लोगों में इतनी गुस्सा था कि थमने का नाम नहीं ले रहा था.मंसूरचक थाना की पुलिस पदाधिकारी पिंकी कुमारी दल बल के साथ अस्पताल पहुंच कर घटना की जायजा लेती हुई आक्रोशित लोगों के गुस्सा को शांत करवा कर नवजात शिशु के शव को दफन करवाने भेजवाया गया. उक्त लोगो ने सिविल सर्जन, जिलाधिकारी से मांग किया हैं कि शीघ्र ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं डयूटी पर तैनात डाक्टर को निलंबित करते हुए अस्पताल की विधि व्यवस्था को सुदृढ़ नहीं किया गया तो अनिश्चितकालीन अनशन जैसी आंदोलन करने को बाध्य होंगे.
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