खोदावंदपुर.
खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में छठ घाटों की कुल संख्या 34 है, इनमें आठ घाटों को प्रशासन द्वारा खतरनाक घोषित किया गया है. लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की तैयारी संपूर्ण प्रखंड क्षेत्र में जोर-शोर से शुरू हो गया है. श्रद्धालुओं द्वारा छठ व्रत के लिए तैयारी के साथ-साथ प्रशासन ने भी कमर कस लिया है. प्रखंड क्षेत्र के श्रद्धालु मूलत: स्थानीय बूढ़ी गंडक नदी एवं अपने-अपने गांव के तालाब में स्थित छठ घाट पर जाकर दंड प्रणाम और छठ व्रत करते हैं. प्रखंड के लोग जो बूढ़ी गंडक नदी के किनारे बसे हुए हैं, इनमें मेघौल, बिदुलिया, मटिहानी, मालपुर, फफौत, बरियारपुर पश्चिमी, बाड़ा, दौलतपुर पंचायत के मोहनपुर और बेगमपुर तथा सागी पंचायत के नुरुल्लाहपुर और नारायणपुर के लोग बूढ़ी गंडक नदी स्थित छठ घाट पर छठ व्रत करने को जाते हैं, जबकि मेघौल पंचायत के मलमल्ला महंत पोखर, खोदावंदपुर पंचायत के मुसहरी और खोदाबंदपुर तालाब बरियारपुर पूर्वी के लोग हकरू महतो पोखर, बरियारपुर पूर्वी मसूरज के लोग जामुन गाछी स्थित तालाब, बरियारपुर पश्चिमी व पूर्वी के लोग नागापोखर, तेतराही के लोग तेतराही तालाब तथा दौलतपुर पंचायत के चलकी के लोग चलकी तालाब एवं सागी के लोग सागी डीह तालाब एवं गोसाइमठ के लोग नकटा पोखर पर छठ व्रत करने को जाते हैं. छठ व्रत को लेकर प्रखंड प्रशासन द्वारा घाटों को चिन्हित किया गया है, चिह्नित घाटों में कल 34 घाट हैं, जिसमें बूढ़ी गंडक नदी के तट पर स्थित मेघौल घाट, बिदुलिया घाट, पुल घाट फफौत, मालपुर घाट, सोनार घाट बरियारपुर पश्चिमी, रामघाट बरियारपुर पश्चिमी, बाड़ा पत्थर घाट को खतरनाक घाट घोषित किया गया है. प्रशासन ने खतरनाक घाटों पर छठ व्रत या दंड प्रणाम करने को जाने से आम श्रद्धालुओं को नहीं जाने का आग्रह किया है. उक्त घाटों पर खतरनाक घाट का बोर्ड लगाने एवं लाल झंडी करने का भी निर्णय लिया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है