बेगूसराय : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस डेढ़ सौ से अधिक देशों में अपना पांव पसार चुका है. वायरस के चलते लोगों की दिनचर्या में भी कई बदलाव देखने को मिले हैं. वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार के द्वारा लॉकडाउन भी किया गया. बावजूद संक्रमितों की संख्या घटने की बजाय बढ़ते ही जा रही है. लॉकडाउन के दौरान जरूरी व इमरजेंसी सेवा को तत्काल बंद कर दिया गया. सदर अस्पताल के ओपीडी में भी सरकार ने इलाज को बंद करने का निर्देश जारी कर दिया था. करीब दो महीने ओपीडी सेवा बंद रहने के बाद एक महीने पूर्व इसे सुचारु रूप से चालू किया गया.
सदर अस्पताल में इलाज कराने के लिए सबसे पहले रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों को अपना रजिस्ट्रेशन कराना होता है. सोमवार को करीब एक साथ 100 से अधिक मरीज लाइन में लग अपनी बारी का इंतजार रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कर रहे थे. लेकिन ये मरीज सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कर ही नहीं रहे थे और न ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के जवानों के द्वारा इन मरीजों को सोशल डिस्टैंसिंग का पाठ पढ़ाया जा रहा था. ड्यूटी में तैनात होमगार्ड के जवान ड्यूटी नहीं, बल्कि खाना पूर्ति कर रहे थे. ऐसे लापरवाही की वजह से कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने का खतरा और भी बढ़ जाता है. जबकि जिला प्रशासन लोगों से अपील करके सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने के लिए कह रहे हैं.
सदर अस्पताल में सोमवार को इलाज के लिए करीब आठ सौ से अधिक मरीजों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया. मरीजों के भीड़ की वजह से लंबी लाइन सदर अस्पताल के परिसर तक लग गयी. घंटों लाइन में लग कर मरीजों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया. जिसके बाद संबंधित डॉक्टर के चैंबर में इलाज कराने के लिए पहुंच गये.करीब एक महीने पहले सदर अस्पताल में शुरू हुए ओपीडी सेवा में इलाज के लिए मरीजों की भीड़ दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आयी करीब 50 महिलाओं ने स्त्री रोग विशेषज्ञ से अपना इलाज कराया. जिसमें ज्यादातर गर्ववती महिलाएं शामिल थीं.
सिविल सर्जन कृष्ण मोहन वर्मा से 9470003084 पर इस संबंध में बयान लेने के लिए चार बजकर नौ मिनट पर कॉल किया गया. अखबार का नाम सुनते ही सीएस ने 15वें सेकेंड में कॉल काट दिया. पुनः चार बजकर दस मिनट पर फोन किया गया लेकिन सीएस ने फोन नहीं उठाया. इसके बाद फिर से चार बजकर 15 मिनट पर प्रभात खबर के प्रतिनिधि के द्वारा कॉल किया गया लेकिन सीएस ने दूसरी रिंग में ही फोन काट दिया.