Begusarai News : सीवरेज का लाभ लेने के लिए लोग कर रहे बेसब्री से इंतजार

Begusarai News : नगर निगम क्षेत्र में क्रियान्वयन हो रहे सीवरेज योजना का लाभ लेने के लिए शहरवासी पलकें बिछाये हुए हैं. शिलान्यास हुए छह वर्ष होने को हैं परंतु अभी तक सीवरेज का लाभ लेने से लोग वंचित हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | October 27, 2024 9:32 PM

बेगूसराय. नगर निगम क्षेत्र में क्रियान्वयन हो रहे सीवरेज योजना का लाभ लेने के लिए शहरवासी पलकें बिछाये हुए हैं. शिलान्यास हुए छह वर्ष होने को हैं परंतु अभी तक सीवरेज का लाभ लेने से लोग वंचित हैं. कोई भी विकास कार्य यदि निर्धारित समय पर पूरा हो जाता है तो जनसुविधा के लिये बेहतर होता है.योजनाओं के धारातल पर उतरने में जब लगातार विलंब होती चली जाती है तो लोगों को कई तरह की परेशानियों और मानसिक तनाव से गुजरना पड़ता है.कुछ ऐसा ही नगर निगम क्षेत्र में चल रहे सीवरेज नेटवर्क योजना के बारे में कहा जा सकता है.

236.86 करोड़ की लागत से चल रही सीवरेज निर्माण योजना :

शहरी इलाकों में 236. 86 करोड़ की लागत से चल रही सीवरेज निर्माण योजना का शिलान्यास वर्ष 2019 में की गयी थी.और विधिवत इस कार्य को बुडको द्वारा इस कार्य का क्रियान्वयन 19 फरवरी से 2020 से शुरु हो गया.सिवरेज नेटवर्क का कार्य 2022 के फरवरी तक पूरा करना लेना था.लेकिन लाकडाउन के कारण काम बाधित हो गया था.शहरवासी उक्त निर्धारित तिथि को सिवरेज का लाभ नही मिल सका.इसके बावजूद भी अक्टूबर 2022 तक सीवरेज कार्य पूरा कर लेने की संभावना बुडको के एमडी ने बताया था.इसके बावजूद विभिन्न कारणों से लगातार विलंब होता गया.फिर इसे पूरा करने की अवधि बढाकर मार्च 2023 कर दी गयी.परंतु सीवरेज का लाभ शहरवासियों को आज तक नही मिल सका है.शहर के विभिन्न छोटी गलियों व सड़कों के नीचे भूमिगत पाइप विछाने का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है.किंतु अभी तक जो स्थिति है.उससे लोगों के समक्ष यह चिंतायें उभर रही है कि वर्ष 2024 तक भी सीवरेज कार्य पूरा हो पायेगा अथवा नहीं. विभागीय सूत्रों की मानें तो इसमें अभी भी कई तरह के तकनीकी लोचा है. शहर में भूमिगत पाइप विछाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है.सीवरेज के लिए शहर में तीन इंटरमीडिएट पंप स्टेशन बनाये जा रहें हैं.लोहियानगर स्थित रेशम विभाग परिसर में आठ एमएलडी का इंटरमीडिएट पंप स्टेशन का निर्माण लगभग तैयार है.यहां युद्ध स्तर पर कार्य भी जारी है.वहीं पिपरा में नौ एमएलडी का पंप स्टेशन का भी निर्माण लगभग हो चुका है.वाजितपुर में एसटीपी ट्रीटमेंट प्लांट के समीप 17 एमएलडी का पंपिंग स्टेशन का निर्माण चल रहा है पंप स्टेशन और एसटीपी निर्माण का कार्य भी शीघ्र पूरा कर लेने की उम्मीद जताई जा रही है.अब सिर्फ 52 मीटर ट्रंक लाईन बिछाने तथा एक किलोमीटर ज्वाइंट कनेक्शन कार्य बचा हुआ है.वहीं एक लोचा अभी भी लगा हुआ है.एसटीपी से निकलने वाले वेस्टेड जल जो रिफाइनरी तक भूमिगत पाइप बिछाकर भेजने की थी अभी तक इस दिशा में कार्य संभव नहीं दिख रहा.विभागीय सूत्रों की मानें तो वेस्टेज जल प्रबंधन के लिए अब वैकल्पिक व्यवस्था की बात भी हो रही है.यदि कार्य स्वाभाविक गति से निष्पादित नही होगी तो एक बार फिर शहरवासी वर्ष 2024 में भी सीवरेज का लाभ उठाने से वंचित रह सकते हैं.सीवरेज कार्य को धरातल पर उतरने में होने वाले विलंब से लोग काफी परेशान है.वैसे शहरवासी जिन्होंने वर्ष 2019 के बाद अपना मकान बनाया है.वैसे भवनों में शौचालय के मल व गंदे जल निकासी के लिये बड़ा टंकी का निर्माण नही कराया गया है.वैसे लोग इस आशा में रह गये थे कि शीघ्र ही सीवरेज कार्य करने लगेगा और मकान में बड़े टंकी की जगह छोटा चैंबर निर्माण कर देने से ही मल व गंदे जल की निकासी सीवरेज पाइप के जरिये हो जायेगी.परंतु लगातार विलंब से लोग परेशानी और मानसिक तनाव झेल रहें हैं.

अभी तक नहीं हो सका है सीवरेज नेटवर्क से घरों का कनेक्शन :

सीवरेज का भूमिगत पाइप 98 किलोमीटर तक विछाना था,जिनमें कुछ पाइप पूर्व से ही विछाये गये थे.कार्य एजेंसी केवडिया कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 90.5 किलोमीटर सीवरेज का पाइप विछाने का कार्य लगभग पूरा हो गया है.विभागीय सूत्रों के अनुसार इसके बावजूद भी सीवरेज योजना को धारातल पर उतरने में समय लग सकता है.पहली बात यह कि अभी तक 11020 घरों को कनेक्शन करने का कार्य भी अभी बचा हुआ है. सीवरेज की 98 किमी पाइप के जरिये कुल 11020 घरों को जोड़ना है.उन सभी घरों के मलमूत्र एवं घरेलू गंदा पानी पंप के सहारे सीवरेज संयत्र तक ले जा जायेगा. अभी तक सीवरेज के कुल 10 हजार से अधिक चैंबर भी बनाये जा चुके है.एक चैंबर ( टंकी) से दो-चार घरों को जोड़ना है.

निगम क्षेत्र के सभी 45 वार्डों को सीवरेज संयत्र से जोड़ने की उठ रही मांग :

वर्तमान में सीवरेज का कार्य पूर्व के नगर परिषद क्षेत्र के परिसीमन अंतर्गत ही कराया जा रहा है.जिससे नगर निगम क्षेत्र के 45 वार्डो के मात्र 23 वार्डों में भूमिगत पाइप विछाकर जोड़ा गया है.शेष बचे 22 वार्ड को भी सीवरेज से जोड़ने की मांग उठ रही है.शेष छुटे हुए 22 वार्डों में भी सीवरेज का कार्य शुरु कराने को लेकर आवश्यक कार्रवाही करने हेतु महापौर पिंकी देवी ने मुख्यमंत्री से आग्रह भी किया है.लोगो का कहना है कि सीवरेज कार्य जो लगभग पूरा होने को है तो इसी समय यदि शेष 22 वार्डो में भूमिगत पाइप विछाकर जोड़ दिया जाता तो काफी बेहतर होता.

वर्ष 2019 में शिलान्यास और फरवरी 2020 में हुआ था सीवरेज कार्य शुरू :

नगर विकास एवं आवास विभाग व जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय के नमामि गंगे परियोजना के लगभग 230 करोड़ की सीवरेज योजना का कार्य नगर निगम क्षेत्र में सुभाष चौक हर्रख रोड से 90 किमी सीवरेज नेटवर्क का कार्य फरवरी माह 2020 में शुरु किया गया था.जिसे 2022 तक पूरा करना था. फरवरी 2019 में हुआ योजना का शिलान्यास किया गया था. बिहार सरकार की कार्य एजेंसी बुडको को योजना की क्रियान्वयन का कार्य सौंपा गया है. तोशिवा वाटर सोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेट व केवडिया कंस्ट्रक्शन लिमिटेड को सीवरेज कार्य का ठेका मिला.सीवरेज योजना के ठेका कंपनी को दो वर्षों में कार्य को पूरा करना था. साथ ही 15 वर्षों तक सीवरेज के रखरखाव की जिम्मेदारी भी ठेका कंपनी को दी गयी है.

क्या है सीवरेज योजना :

शहरी क्षेत्रों में 90 किमी की सीवरेज पाइप का नेटवर्क बनाना था. जिसके माध्यम से कुल 11020 घरों के गंदे मल-जल का कनेक्शन उक्त पाइप के जरिये किया जाना था.अंडरग्राउंड पाइप लाइन से गंदा पानी सड़कों पर नहीं आयेगा.प्लांट से शुद्ध होने के बाद गंदे जल को भी उपयोगी बनाने की योजना पर काम करना था. प्रोजेक्ट में दो ट्रीटमेंट प्लांट शामिल हैं. जो गंदे पानी को शुद्ध करके पुन: इस्तेमाल लायक बनायेंगे. सबसे बड़ा लाभ लोगों को यह हे कि मकान के साथ सेप्टिक टैंक बनाने की जरूरत नहीं रह जायेगी.

बोले पदाधिकारीइस वर्ष के अंत तक सीवरेज की ट्रायल हो जायेगा. सभी तकनीकी कार्य गति से चल रहे हैं. इस वर्ष के अंत तक सीवरेज का लाभ लोग उठाने लगेंगे.

अमित कुमार, सहायक अभियंता, बुडको, बेगूसराय

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