बेगूसराय. शनिवार को भी दिन भर आकाश आग उगलता रहा और हवाएं उससे लिपटकर अपनी गरमाहट से पूरे जिले को हलकान करती रही. प्रचंड गरमी और लू से लोग परेशान रहे. गर्मी और हीट वेब से जिले का पूरा जनजीवन ही अस्त व्यस्त हो गया है. भीषण गर्मी में लोगों को बिजली भी दगा दे रही है. कई इलाके में बिजली की लुकाछिपी से लोग और हलकान हो रहे हैं. जिले में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियम और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियम पर टिकी रही. पूर्वाहन के बाद तो लोगों ने घर से निकलना ही कम कर दिया. दिन प्रतिदिन बढ रहे तापमान को लेकर कई तरह की चर्चायें चल रही है.लोग साल दर साल बढते तापमान से परेशान है. आखिर क्या कारण है कि इस तरह से गरमी बढ रही है. भूमंडल से जुड़े वैज्ञानिकों को मानना है कि बढ रही गरमी का कारण कुछ तो प्राकृतिक घटना है तो कुछ अंश तक मानव निर्मित भी है.दिन प्रतिदिन भूगर्भीय जल शोधन के कारण धरती के नीचे पानी घटती जा रही है.इस वजह से गरम होती धरती को जो भूगर्भीय जल ठंड रखने का कार्य करती थी उसमें कमी आ गयी है.पर्यावरण को लेकर लोगों में जागरूकता को बढाना होगा.वन-क्षेत्र जो दिन प्रतिदिन कम हो रहें हो उसे रोककर एक बार फिर से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का कार्र भार लेना होगा.तापमान और गरमी बढने के और भी कई अन्य कारण है.वैज्ञानिकों का मानना है कि मानवीय गतिविधियां जो वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैस छोड़ती हैं, तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि कर रही हैं, प्रति दशक औसतन 0.2 डिग्री फ़ारेनहाइट (0.1 सेल्सियस) तीन अतिरिक्त प्राकृतिक कारक भी इस वर्ष वैश्विक तापमान और ईंधन आपदाओं को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं. अल नीनो, सौर उतार-चढ़ाव और पानी के नीचे एक विशाल ज्वालामुखी विस्फोट भी कारण हो सकते हैं.दुर्भाग्य से ये कारक इस तरह से मिल रहे हैं कि ग्लोबल वार्मिंग बढ़ रही है.जिस वजह से कम से कम 2025 तक असामान्य रूप से उच्च तापमान जारी रहने की उम्मीद कर सकते हैं. जिसका मतलब है कि निकट भविष्य में मौसम और भी अधिक चरम होगा.
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